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ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में कहर बन कर टूटी बारिश

भारी बारिश गांव से लेकर शहरी क्षेत्र में भारी पड़ी है। भूस्खलन होने से कई जगह मकानों को खतरा पैदा हो गया है। कई संपर्क मार्ग टूट गए हैं। चहारदीवारी...


ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में कहर बन कर टूटी बारिश
हिन्दुस्तान टीम,चम्पावतWed, 16 Jun 2021 08:50 PM
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भारी बारिश गांव से लेकर शहरी क्षेत्र में भारी पड़ी है। भूस्खलन होने से कई जगह मकानों को खतरा पैदा हो गया है। कई संपर्क मार्ग टूट गए हैं। चहारदीवारी और कृषि योग्य भूमि को भी जबरदस्त नुकसान पहुंचा है।

बीते दो दिन से हो रही मूसलाधार बारिश ने जबरदस्त नुकसान पहुंचाया है। तल्लापाल बिलौन के सल्ली, मझेड़ा, बजौन समेत तमाम गांव में नुकसान हुआ है। मुड़ियानी में कमल सिंह बोहरा के आंगन की दीवार गिरने से भवन को खतरा पैदा हो गया है। उन्होंने जिला प्रशासन से मकान की सुरक्षा के उपाय करने करने की मांग की है। इस संबंध में कमल ने तहसील में पत्र सौंप दिया है। उधर मझेड़ा गांव में कई ग्रामीणों के खेत की दीवार गिरने से मकानों के गिरने का खतरा पैदा हो गया है। तल्ली मादली में रमेश सिंह और भूपेंद्र चौहान की चहारदीवारी गिरने से मलबा घर में घुस गया है।

बजौन में सड़क की दीवार गिरने से कई ग्रामीणों के घरों को खतरा पैदा हो गया है। भारी बरसात से काश्तकारों को भी तगड़ा नुकसान पहुंचा है। मल्ली मादली, खर्ककार्की, ढकना, डुंगरासेटी समेत तमाम काश्तकारों की उपजाऊ खेत भारी बारिश से बह गए हैं। इससे खेतों में उगी खड़ी फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मुआवजा देने की मांग की है। आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के मुताबिक बीते 24 घंटे में चम्पावत में 95, लोहाघाट में 63, पाटी में 40 और बनबसा में 189 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई।

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