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पाटी में स्कूल की दीवार ढही, एक की मौत

शनिवार को मल्लिकार्जुन स्कूल के मुख्य भवन से लगी दीवार स्कूल के ही खेल मैदान में अचानक भरभरा कर गिर गई। हादसे में पास ही काम कर रहे दो मजदूर मलबे की चपेट में आ गए। इनमें से एक की मौके पर ही मौत हो...

पाटी में स्कूल की दीवार ढही, एक की मौत
Center,HaldwaniSat, 03 Jun 2017 06:02 PM
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शनिवार को मल्लिकार्जुन स्कूल के मुख्य भवन से लगी दीवार स्कूल के ही खेल मैदान में अचानक भरभरा कर गिर गई। हादसे में पास ही काम कर रहे दो मजदूर मलबे की चपेट में आ गए। इनमें से एक की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि एक महिला मजदूर गंभीर रूप से घायल है। उसे पीएचसी पाटी में भर्ती कराया गया है। लोगों के मुताबिक मल्लिकार्जुन स्कूल में कुछ समय पहले दरार पड़ने से दीवार ढह गई थी। आजकल उसे बनाने का काम चल रहा है। दीवार पूरी तरह तैयार हो चुकी थी। शनिवार सुबह श्रमिक दीवार के नीचे जेसीबी की मदद से मिट्टी भर रहे थे। इसी दौरान पौने बारह बजे दीवार अचानक भरभराकर ढह गई। छतरदयार निवासी 58 वर्षीय मोहन चन्द्र और गंगा देवी मलबे की चपेट में आ गई। वहां मौजूद लोगों ने गंगा को तत्काल मलबे से बाहर निकाल लिया था। मगर मोहन मलबे के ढेर में गुम हो गया था। सूचना मिलते ही पाटी पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। करीब सवा घंटे तक जेसीबी की मदद से मलबा हटाया गया। तब जाकर मोहन का शव बरामद हुआ। घटना से उसके परिवार में कोहराम मचा हुआ है। अभिभावकों ने लगाए गंभीर आरोप पाटी। अभिभावकों का आरोप है कि स्कूल प्रबंधन उनसे मोटी फीस वसूलता है। फिर भी स्कूल में बच्चों की सुरक्षा राम भरोसे चल रही है। बच्चों की सुविधाएं भी नहीं दी जाती हैं। अभिभावकों का आरोप है कि बच्चों को गाड़ियों में ठूंस कर ले जाया जाता है। अभिभावकों की शिकायतों की भी लगातार अनदेखी की जाती है। इस पर प्रबन्धन से शिकायक करने पर कोई फर्क नहीं पड़ता है। गाड़ियों के अभाव में दूर दराज से आने वाले बच्चों को समय से दो घंटे पूर्व ही विद्यालय में पहुंचा दिया जाता है। छुट्टी के बाद उन्हें वाहन के लिए एक घंटे इंतजार करवाया जाता है। बड़ा हादसा टला पाटी। मल्लिकार्जुन स्कूल में इंटरवल दोपहर बारह बजे होता है। इससे ठीक पन्द्रह मिनट पूर्व ही दीवार गिर गई। इंटरवल में स्कूल के बच्चे इसी दीवार के आसपास खेलते हैं। गनीमत रही कि हादसे के समय सभी बच्चे कक्षाओं में थे। अन्यथा स्कूल में और भी बड़ी घटना हो सकती थी। हादसे की खबर सुनते ही घबराए अभिभावकों ने स्कूल की ओर दौड़ लगा दी थी। परिवार में इकलौता कमाने वाला था मोहन पाटी। हादसे में जान गंवाने वाले मोहन के घर में मातम का माहौल है। परिजनों के मुताबिक वह परिवार में इकलौता कमाने वाला सदस्य था। उसकी मौत से परिवार में अब रोजीरोटी का संकट भी खड़ा हो गया है। मोहन के दो पुत्र पढ़ाई कर रहे हैं। तीन बेटियों की शादी हो चुकी है।

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