कल्पगंगा पर बनाया लकड़ी का अस्थाई पुल भी बहा
कल्पगंगा पर बनाया लकड़ी का अस्थाई पुल भी बहा वर्ष 2013 में खवाला में कल्पगंगा के बहाव से लोनिवि की ओर से निर्मित पैदल पुलिया बह गई थी। यहां लोनिवि की ओर से अभी तक पक्की पुलिया का निर्माण नहीं किया...
उर्गम घाटी में कल्पगंगा के उफान पर है ।रविवार को उर्गम घाटी के खवाला में ग्रामीणों द्वारा निर्मित अस्थाई लकड़ी की पुलिया भी बह गई है। जिससे पिलखी, अरोसी और गौणा गांव के ग्रामीण जन जीवन रूक सा गया है। लोग आवाजाही नहीं कर पा रहे हैं। शनिवार रात से उर्गम घाटी में भारी बारिश हो रही है। वर्ष 2013 में खवाला में कल्पगंगा के बहाव से लोनिवि की ओर से निर्मित पैदल पुलिया बह गई थी। यहां लोनिवि की ओर से अभी तक पक्की पुलिया का निर्माण नहीं किया है। जिससे ग्रामीणों ने ही स्वयं के संसाधनों से यहां लकड़ी की अस्थाई पुलिया निर्मित की थी। ग्रामीण रघुवीर सिंह नेगी व अनूप नेगी, हरेंद्र और मनोज नेगी ने बताया कि रविवार को कल्पगंगा के उफान पर आने से पैदल पुलिया बह गई है। जिससे ग्रामीणों के सम्मुख पैदल आवाजाही का संकट खड़ा हो गया है। ग्रामीणों को अब 10 किलोमीटर की अतिरिक्त पैदल दूरी नापकर हेलंग बाजार आना पड़ेगा। ग्रामीणों ने लोक निर्माण विभाग से शीघ्र खवाला में स्थाई पैदल पुलिया के निर्माण की मांग उठाई है।