नालों की सफाई नहीं होने से कांग्रेसियों का प्रदर्शन
नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत नालों की सफाई नहीं होने से आक्रोशित कांग्रेस के सभासदों और कार्यकर्तओं ने रविवार को धरना दिया। पहाड़ी गली में एक दिवसीय...
नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत नालों की सफाई नहीं होने से आक्रोशित कांग्रेस के सभासदों और कार्यकर्ताओं ने रविवार को धरना दिया। पहाड़ी गली में एक दिवसीय धरने पर बैठे कांग्रेसियों ने नौकरशाही पर निरंकुश होने का आरोप लगाया।
धरना स्थल पर कांग्रेस के पूर्व शहर अध्यक्ष एवं वरिष्ठ सभासद शम्मी प्रकाश ने कहा कि मुख्य बाजार में फुटपाथ के नीचे से भूमिगत नाला गुजर रहा है। इस नाले का निर्माण कांग्रेस शासनकाल के दौरान वर्ष 2006 में किया गया था। कांग्रेस शासनकाल में नाले की सफाई होती रही, लेकिन प्रदेश में भाजपा सरकार के गठन के बाद से ही नौकरशाही निरंकुश हो गई है। सरकारी दफ्तरों में जनता की समस्याओं को कोई सुन ही नहीं रहा है। नाले की सफाई कराने के लिए पालिका प्रशासन के साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से कई बार गुजारिश की गई, लेकिन सभी जिम्मेदार मौन साधे हुए हैं। गंदगी से अटे पड़े नाले से व्यापारियों के साथ ही आम जनता भी परेशान है। गर्मी का मौसम शुरू हो रहा है, जिससे नाले की दुर्गंध पूरे बाजार में फैल रही है। बरसात में चोक नाले से गंदगी दुकानों में घुस जाती है।
कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष संजय किशोर ने कहा कि निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी नौकरशाही से जनता की समस्याओं का समाधान करना होता है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब सरकार के नुमाइंदे ही भ्रष्टाचार में लिप्त हों तो जनता की समस्याओं का समाधान होना नामुमकिन है। कहा कि नगर पालिका सभासदों ने नौकरशाही और पालिका प्रशासन के खिलाफ जो आंदोलन शुरू किया है, उसमें शहर का प्रत्येक नागरिक शामिल है। कहा कि नगर पालिका प्रशासन का दायित्व बनता है कि नाले की सफाई के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को नोटिस जारी करे। सभासद गिरीश सप्पल हनी ने कहा कि यह समस्या किसी राजनैतिक दल की नहीं बल्कि पूरे शहर की है। शहर की समस्या का समाधान करने के लिए यह आंदोलन शुरू किया गया है। पीसीसी सदस्य संजय जैन ने कहा कि नालों की सफाई के लिए जन आंदोलन शुरू किया जाएगा।