थराली में वन भूमि से बेदखली नोटिस के विरोध में प्रदर्शन
वन विभाग और सरकार के विरोध में लोगों ने की नारेबाजी थराली में 13 दिन

थराली, देवाल और नारायणबगड़ वन भूमि पर निवासरत लोगों को बेदखली के नोटिस के विरोध में प्रभावितों ने शनिवार को थराली तहसील में जोरदार जुलूस-प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और प्रदेश के मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भी प्रेषित किया। शनिवार को निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार वन भूमि से नोटिस प्राप्तकर्ता प्रातः 11 बजे थराली तिराहे पर एकत्रित हुए। यहां से जलूस की शक्ल में सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए वे तहसील परिसर पहुंचे और प्रदर्शन किया। सभा को संबोधित करते हुए किसान सभा के जिला अध्यक्ष मदन मोहन मिश्रा ने कहा कि 1936, 1989, 1993, और 2012-13 की आपदाओं में बेघर हुए लोग, जो पिछले 50 वर्षों से अधिक समय से वन भूमि पर रह रहे हैं, और जिन्होंने अपने स्थानों पर पक्का मकान और गोशाला बना लिया है, वे अब वन विभाग द्वारा बेदखली के नोटिस से प्रभावित हो रहे हैं। वे अब अपने परिवार का पालन-पोषण कृषि और पशुपालन के माध्यम से कर रहे हैं। वक्ताओं ने कहा कि इतने लंबे समय बाद वन विभाग की कार्यवाही समझ से परे है और ऐसे परिवारों को उनके बसे स्थानों पर ही मालिकाना हक दिया जाना चाहिए। प्रदर्शनकारियों में किसान सभा के जिला अध्यक्ष मदन मोहन मिश्रा, मंत्री ज्ञानेंद्र खंतवाल, भूपाल सिंह रावत, बस्ती लाल, राजेंद्र नेगी, एलएन मिश्रा, प्रेम शर्मा, धर्म सिंह रावत, वीरेंद्र सिंह नेगी, बलवंत सिंह, प्रधुमन धीमान, हुकम सिंह, मदन राम, सुरेन्द्र सिंह, कमलेश राम, दयालु राम, भूपाल सिंह, सुरेंद्र राम, प्रकाश राम, जयमल राम, राकेश राम, हरी राम, गोविंदी देवी, शकुंतला देवी, रेखा देवी, शोभा देवी, त्रिलोक सिंह, विमला देवी, देवक़ी देवी, ललित मिश्रा सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
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