गदेरे में गिरे मलबे का उपचार नहीं कर पाया विभाग
गदेरे में गिरे मलबे का उपचार नहीं कर पाया विभाग, कर्णप्रयाग में बारिश आते ही मलबे का पानी बहकर आ रहा घरों...
नगर में डेढ़ साल पुरानी गंदे पानी की आपूर्ति की समस्या से छुटकारा नहीं मिल पा रहा है। समस्या जाख-चौंडली सड़क निर्माण में बरती गई लापरवाही से शुरू हुई। जिसका मलबा विभाग ने डंपयार्ड में करने के बजाए पेयजल स्रोत वाले गदेरे में कर दिया। ऐसे में हल्की बारिश होने पर भी गदेरे के पानी साथ ही यह मिट्टी सीधे घरों तक पहुंच रही है।विकासखंड के नौटी रोड के जाख के समीप से चौंडली, ल्वैंटा आदि गांवों के लिए लोनिवि गौचर द्वारा सड़क का निर्माण किया गया। लेकिन इसका मलबा कर्णप्रयाग नगर के पेयजल की आपूर्ति करने वाले घटगाड़ गदेरे के ऊपरी हिस्से में कर दिया। नतीजा यह रहा कि हल्की बारिश होने पर भी यह मलबा पानी के साथ बहकर सीधे घरों तक पहुंच रहा है। हालांकि इस दौरान जलसंस्थान ने एक नए स्रोत को टेप कर करीब ढाई किमी नई लाइन बिछाई। बावजूद हालात में बहुत अधिक सुधार नहीं हुआ। जिससे नगर के तहसील, अपर बाजार, सुभाषनगर सहित मुख्य बाजार और आस पास के इलाकों में मिट्टी युक्त पानी की आपूर्ति बारिश में हो रही है। क्या कहते हैं अधिकारी जलसंस्थान के अवर अभियंता दिनेश पुरोहित का कहना है कि गदेरे में मलबा अधिक है। हालांकि नए स्रोत को टेप कर नई लाइन पूर्व में बिछा दी गई लेकिन कभी शरारती तत्व गदेरे का पानी लाइनों की ओर कर दे रहे हैं। जिससे टैंकों में मिट्टी आ रही है। शिकायत के बाद लाइनों का प्रोपर निरीक्षण किया जा रहा है।