अमृत गंगा पेयजल योजना से नहीं बुझ रही लोगों की प्यास
नगर पालिका क्षेत्र की प्यास बुझाने में नाकाम साबित हो रही अमृत गंगा पेयजल योजनाचमोली जिले के नगर पालिका क्षेत्र में निर्मित अमृत गंगा पेयजल योजना करोड़ों की लागत से बनी नगर क्षेत्र की प्यास बुझाने...
चमोली जिले के नगर पालिका क्षेत्र में निर्मित अमृत गंगा पेयजल योजना करोड़ों की लागत से बनी नगर क्षेत्र की प्यास बुझाने में नाकाम साबित हो रही है। पेयजल योजना पर नियमित पेयजल आपूर्ति न होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जगह-जगह पेयजल पाइप लीकेज होने से नलों पर पानी की सुचारु आपूर्ति नहीं हो पा रही है। लोगों का कहना है कि जल निगम और जल संस्थान के अधिकारियों की उदासीनता के कारण अमृत गंगा पेयजल योजना दम तोड़ रही है।पिछले एक सप्ताह से नगर के हल्दापानी, सुभाष नगर, नैग्वाड़ और मुख्य बाजार क्षेत्र में सुचारु पेयजल आपूर्ति नहीं हो पा रही है। वर्ष 2015 में अमृत गंगा पेयजल योजना का निर्माण हुआ। शुरुआत से ही सुचारु पेयजल आपूर्ति न होने से योजना लड़खड़ाने लगी। फिल्टर की व्यवस्था न होने से योजना के पाइप सीधे गदेरे से जोड़ दिए गए, जिससे बारिश होने पर कूड़ा करगट भी नलों में बहकर आ रहा है। दिगंबर, मयंक रावत, विपिन और मनीष नेगी का कहना है कि जल संस्थान की ओर से कई जगहों पर पेयजल सप्लाई के लिए रबड़ के पाइप लगाए गए हैं। जो कुछ ही दिनों में फट रहे हैं। पेयजल योजना का ठीक ढंग से रख रखाव नहीं किया जा रहा है। जल संस्थान के अधिकारियों को कई बार योजना की मरम्मत की मांग उठाई गई, लेकिन इस ओर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इधर, जल संस्थान के ईई पीके सैनी का कहना है कि जिन क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति नहीं हो रही है। वहां लाइन को दुरुस्त किया जाएगा। जल्द ही योजना को फिल्टर से जोड़ दिया जाएगा।