स्वरोजगार सृजन की विभिन्न योजनाओं में दिलचस्पी की अलग अलग तस्वीर
स्वरोजगार सृजन की विभिन्न योजनाओं में दिलचस्पी की अलग अलग तस्वीरवीर चन्द्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना, दीनदयाल गृह आवास(होम स्टे) विकास योजना तथा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत...
वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना, दीनदयाल गृह आवास (होम स्टे) विकास योजना तथा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत क्लक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय चयन समिति की बैठक में साक्षात्कार के माध्यम से लाभार्थियों का चयन किया गया। उद्यम लगाने या वाहन चलाकर रोजगार चलाने की इन सरकारी योजनाओं के प्रति उदासीनता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वीर चंद्र सिंह गढ़वाली योजना में वाहन खरीद कर रोजगार चाहने के लिये जिले भर से केवल 8 अभ्यर्थियो का चयन हुआ। गैर वाहन मद में 3 दीन दयाल होम स्टे योजना 12, अभ्यर्थियों का चयन हुआ। साक्षात्कार देने कम संख्या में अभ्यर्थी पहुंचे थे। साक्षात्कार देने आये लोगों ने कहा बैंक ऋण देने में परेशान करते हैं, इसलिये कम संख्या में अभ्यर्थी आये। समिति ने साक्षात्कार के माध्यम से प्राप्त आवेदनों का गहराई से परीक्षण करते हुए 64 आवेदनों के सापेक्ष लगभग 3.65 करोड़ धनराशि का ऋण स्वीकृति हेतु सहमति दी। साक्षात्कार में 02 आवेदन निरस्त किए गए, जबकि 18 आवेदनकर्ता साक्षात्कार में शामिल नहीं हुए। पीएमईजीपी के तहत जिले में सिलाई, बुनाई, रेडीमेड गारमेन्टस, डीजे-टैन्ट हाउस, हथकरघा-हस्तशिल्प, रेस्टोरेंट, आटा चक्की, ढाबा, होटल, बेकरी, फोटोशॉप ब्यूटी पार्लर आदि उद्यमों की स्थापना के लिये आवेदन किए गए। जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबन्धक डा. एमएस सजवाण ने बताया कि पीएमईजीपी भारत सरकार का सब्सिडी युक्त कार्यक्रम हैं। इस अवसर पर सीडीओ हंसादत्त पांडे, जीएम डीआईसी डा. एमएस सजवाण, जिला पर्यटन विकास अधिकारी बृजेन्द्र पांडे, एलडीएम गब्बर सिंह रावत, नेहरू युवा केन्द्र के जिला समन्वयक योगेश धसमाना, एआरटीओ आल्विन , एई शरद टम्टा सहित समिति के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे।डीएम ने बैंकों को दिए निर्देशजिलाधिकारी ने बैंकर्स को स्वीकृत आवेदनों पर त्वरित कार्यवाही करते हुए ऋण आवंटित करने के निर्देश भी दिए। कहा कि पीएमईजीपी का उद्देश्य नई स्वरोजगार उपक्रमों, परियोजनाओं, सूक्ष्म उद्यमों की स्थापना करते हुए शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। उन्होंने निर्देश दिए कि जिन लोगों का चयन किया गया है उनको फोन से भी जानकारी दी जाए। ताकि समय से सभी लाभार्थी कार्य प्रारम्भ कर सके।