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रेल के आने से होगा बागेश्वर जिले का विकास

बागेश्वर-टनकपुर रेल मार्ग के लिए संघर्ष समिति का संघर्ष तेज होने लगा है। रेल मार्ग को लेकर आंदोलनकारियों का क्रमिक अनशन 54 वें दिन भी जारी रहा। उन्होंने कहा कि बागेश्वर में रेल आने से ही विकास...

बागेश्वर-टनकपुर रेल मार्ग के लिए संघर्ष समिति का संघर्ष तेज होने लगा है। रेल मार्ग को लेकर आंदोलनकारियों का क्रमिक अनशन 54 वें दिन भी जारी रहा। उन्होंने कहा कि बागेश्वर में रेल आने से ही विकास...
1/ 2बागेश्वर-टनकपुर रेल मार्ग के लिए संघर्ष समिति का संघर्ष तेज होने लगा है। रेल मार्ग को लेकर आंदोलनकारियों का क्रमिक अनशन 54 वें दिन भी जारी रहा। उन्होंने कहा कि बागेश्वर में रेल आने से ही विकास...
बागेश्वर-टनकपुर रेल मार्ग के लिए संघर्ष समिति का संघर्ष तेज होने लगा है। रेल मार्ग को लेकर आंदोलनकारियों का क्रमिक अनशन 54 वें दिन भी जारी रहा। उन्होंने कहा कि बागेश्वर में रेल आने से ही विकास...
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हिन्दुस्तान टीम,बागेश्वरSun, 07 Oct 2018 07:09 PM
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बागेश्वर-टनकपुर रेल मार्ग के लिए संघर्ष समिति का संघर्ष तेज होने लगा है। रेल मार्ग को लेकर आंदोलनकारियों का क्रमिक अनशन 54 वें दिन भी जारी रहा। उन्होंने कहा कि बागेश्वर में रेल आने से ही विकास कार्यों को पंख लगेंगे। इस दौरान उन्होंने शीघ्र रेल मार्ग का निर्माण कार्य शुरू नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।

रविवार को क्रमिक अनशन में डीआर आर्य और मंगल सिंह हरड़िया बैठे। इस दौरान आंदोलनकारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद आंदोलनकारियों ने समिति की अध्यक्ष नीमा दफौती की अध्क्षता में सभा की। सभा में वक्ताओं ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार रेल मार्ग के लिए संवेदनशील नहीं है। 1882 में प्रस्तावित और 1912 में सर्वेक्षित रेल लाइन का निर्माण अधर में लटका हुआ है। उन्होंने कहा कि पिछली केंद्र सरकार ने रेलमार्ग को राष्ट्रीय परियोजना घोषित किया। लेकिन उसके बाद रेलमार्ग के लिए किसी भी प्रकार का बजट आदि नहीं मिल सका है। कहा कि रेलमार्ग निर्माण के लिए वे पूरी दम लगा देंगे। उन्होंने कहा कि बागेश्वर में रेल आने से विकास कार्य तीव्र गति से हो सकेंगे। यहां गोविंद भंडारी, गंगा सिंह पांगती, महेश कांडपाल, प्रकाश राम, नंदा बल्लभ कांडपाल, सुरेंद्र पिल्खवाल, चंदन ऐठानी, पार्वती, लक्ष्मी धर्मसत्तू, मालती, हेमा जोशी, सरस्वती गैलाकोटी, केवल सिंह, भूपाल सिंह परिहार, भूपेंद्र सिंह, रमेश भंडारी, प्रेम सिंह दानू आदि रहे।

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12 सदस्यीय दल जाएगा रेल मंत्री से वार्ता करने

बागेश्वर-टनकपुर रेल मार्ग निर्माण संघर्ष समिति के महासचिव खड़क राम आर्य ने बताया कि आंदोलन के 54 दिन बीत जाने के बाद सांसद अजय टम्टा का संदेश आया है। संदेश में उन्होंने 10 अक्तूबर को रेल मंत्री से बागेश्वर रेल मार्ग निर्माण को लेकर आपकी वार्ता होनी बात कही है। उन्होंने कहा कि 12 सदस्यीय दल रेल मंत्री से मिलने दिल्ली जाएगा। दल में अध्यक्ष नीमा दफौटी, उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह कोश्यारी, संरक्षक गोविंद भंडारी, संयोजक डुंगर सिंह नेगी, वरिष्ठ सदस्य डीआर आर्य, राज्य आंदोलनकारी महेश पांडे, पार्वती टंगड़िया, लक्ष्मी धर्मसत्तू, तायरा बानू, ललिता असवाल और गोकुल जोशी शामिल रहेंगे। बताया कि सभी सदस्य अपने खर्चे पर ही दिल्ली से आना-जाना करेंगे। क्योंकि समिति के पास अपना कोई फंड नहीं है।

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इनसेट कोट-

10 अक्तूबर को रेल मंत्री के साथ बागेश्वर-टनकपुर रेलमार्ग को लेकर रेल मार्ग निर्माण संघर्ष समिति की महत्वपूर्ण बैठक होनी है। उन्होंने बताया की रेल मंत्री ने शाम 3 बजे वार्ता के लिए समय दे दिया है। हमें उम्मीद है जल्द ही रेल मार्ग के निर्माण में सकारात्मक पहल देखने को मिलेगी। लगातार प्रयास किये जा रहे हैं कि जल्द से जल्द बागेश्वर की जनता को रेल सुविधा मिल सके।

अजय टम्टा, सांसद।

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