टूटी नहर से रिस रहा पानी, कैसे होगी खेतों की सिंचाई
गरुड़ तहसील के थान डंगोली सिंचाई नहर मरम्मत के अभाव में बदहाल हो गई है। नहर कई स्थानों से क्षतिग्रस्त है। जिससे पानी खेत में पहुंचने से पहले ही रिसकर बर्बाद हो रहा है। विभाग भी किसानों की समस्या को...
तहसील के थान डंगोली सिंचाई नहर मरम्मत के अभाव में बदहाल हो गई है। नहर कई स्थानों से क्षतिग्रस्त है। जिससे पानी खेत में पहुंचने से पहले ही रिसकर बर्बाद हो रहा है। विभाग भी किसानों की समस्या को अनदेखा कर रहा है। जिससे ग्रामीणों में गहरा रोष है। उन्होंने जल्द नहर की मरम्मत नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
थान डंगोली नहर घांघली नदी से बनाई गई है। दो किमी लंबी नहर से क्षेत्र घांघली, ग्वाड़ पजेना, डंगोली, कोट फुलवाड़ी, छटिया आदि गांवों में सिंचाई की जाती है। कई सालों से नहर क्षतिग्रस्त है। मरम्मत और देखरेख नहीं होने से कई स्थानों पर नहर में रिसाव हो रहा है। जिससे 500 हेक्टेयर कृषि भूमि की सिंचाई नहीं हो पा रही है। ग्राम प्रधान हीरा सिंह बोरा ने बताया कि नहर का हेड भी खराब था। जिसे क्षेत्र के ग्रामीणों ने श्रमदान कर दुरुस्त किया था। कहा कि नहर में कई स्थानों से टूटी है। जिससे रिसाव को रोक पाना मुश्किल हो रहा है। बताया विभाग ने नहर की मरम्मत जल्द कराने की बात कई बार की है, लेकिन उस पर अमल नहीं हो रहा है। किसान कुंदन गिरि, धीरज गोस्वामी, महेशानंद जोशी, राजन सिंह अरोड़ा, प्रमोद जोशी आदि ने कहा कि क्षेत्र के लोग कृषि पर निर्भर हैं। सिंचाई नहीं होने से लोगों की खेतीबाड़ी का काम प्रभावित हो रहा है। उन्होंने विभाग से जल्द नहर की मरम्मत जल्द कराने की मांग की। इधर, विभाग के एसडीओ हरीश चंद्र सती ने बताया कि उनके पास नहर क्षतिग्रस्त की कोई जानकारी नहीं है। जल्द मौका मुआयना कर नहर की मरम्मत कराई जाएगी।