अराइजनवीसों ने दिया लावारिश घोड़े को नव जीवन
तहसील परिसर में बैठने वाले अराइजनवीसों ने एक लावारिश घोड़े की देखभाल व सेवा कर मानवता की अनूठी मिसाल पेश...
तहसील परिसर में बैठने वाले अराइजनवीसों ने एक लावारिश घोड़े की देखभाल व सेवा कर मानवता की अनूठी मिसाल पेश की। उन्होंने घायल घोड़े की देखभाल करने के साथ उसके भोजन, दवा आदि का भी प्रबंध किया। जिसके चलते आज घोड़ा स्वस्थ हो रहा है। तहसील में आने वाले लोग अराइजनवीसों के इस काय्र की सराहना कर रहे हैं।
एडवोकेट शिव सिंह टंगड़िया ने बताया कि कुछ माह पहले तहसील परिसर में एक लावारिश घोड़ा घूमते हुए आ गया था। जिसका एक पैर घायल था। वह किसी तरह से लंगड़ाकर चल रहा था। धीरे-धीरे उसका पैर खराब होने लगा। वह चलने फिरने में असमर्थ हो गया। ऐसे समय में अराइजनवीस संजय साह ने उसकी देखभाल का बीड़ा उठाया। गुरिल्ला संगठन के सदस्य रहे रुद्र सिंह धामी ने उसके भोजन व पानी की जिम्मेदारी उठाई। साह ने पशु चिकित्सक को दिखाकर घायल घोड़े का उपचार शुरू करवाया। धीरे-धीरे अन्य अराजइनवीसों ने भी इसमें सहयोग किया। एक महीने से भी अधिक समय तक उन्होंने लगातार उसका उपचार व सेवा की। जिसके चलते घोड़ा अब स्वस्थ हो रहा है। आज भी अराइजनवीस उसकी पूरी देखभाल कर रहे हैं। पूरे तहसील परिसर में उनके इस कार्य को सराहा जा रहा है।