प्रकृति से छेड़छाड़ पर खतरे में आ जाएगा जीवों का अस्तित्वः एडीएम
अंतरराष्ट्रीय प्राकृतिक आपदा न्यूनीकरण दिवस पर तहसील सभागार में कार्यशाला का आयोजन हुआ। अध्यक्षता करते हुए अपर जिलाधिकारी राहुल कुमार गोयल ने कहा कि वर्तमान समय में जमकर पेड़ कट रहे...
अंतरराष्ट्रीय प्राकृतिक आपदा न्यूनीकरण दिवस पर तहसील सभागार में कार्यशाला का आयोजन हुआ। अध्यक्षता करते हुए अपर जिलाधिकारी राहुल कुमार गोयल ने कहा कि वर्तमान समय में जमकर पेड़ कट रहे हैं। मिट्टी का क्षरण, जल और वायु प्रदूषण भी चरम पर है। जिससे जीवों के अस्तित्व पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रकृति से छेड़छाड़ नहीं रुकी तो हालात और भी भयावह होंगे। उन्होंने लोगों से जागरूक होने और आपदा के कारणों को रोकने को कहा।कार्यशाला का आयोजन जिला आपदा प्रबंधन विभाग के तत्वावधान में हुआ। कार्यक्रम में एसडीआरएफ, पुलिस, अग्निशमन, राजस्व विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों, स्कूली छात्र-छात्राओं व एनसीसी कैडेटों ने भागीदारी की। एडीएम गोयल ने कहा कि जिला आपदा की दृष्टि से जोन पांच में आता है। जिसके चलते यहां खतरा अधिक रहता है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा से होने वाली घटनाओं को रोकना मुश्किल है, लेकिन जागरूकता से नुकसान को कम किया जा सकता है। एसडीएम राकेश चंद्र तिवारी ने कहा कि इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों में आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। सीओ महेश चंद्र जोशी ने छात्र-छात्राओं से दुपहिया चलाते समय हेलमेट का प्रयोग करने के लिए लोगों को जागरूक करने को कहा।जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने आपदा प्रबंधन के लिए कराए जा रहे कार्यों को स्लाइड शो के माध्यम से दिखाया। अग्निशमन अधिकारी महेश चंद्र व एसडीआरएफ के संतोष परिहार ने आपदा से बचने की जानकारी दी। इस मौके पर प्रवक्ता दीप जोशी, तहसीलदार नवाजिश खलीक, मैनपाल सिंह आदि मौजूद रहे।
कपकोट में भी दिया गया प्रशिक्षण
कपकोट। अंतरराष्ट्रीय प्राकृतिक आपदा न्यूनीकरण दिवस पर तहसील सभागार में तहसीलदार विनोद वर्मा के निर्देशन में राहत बचाव कार्यों का प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें आपदा प्रबंधन में प्रयुक्त होने वाली सामग्री व उपकरणों की जानकारी दी। इस मौके पर रजिस्ट्रार कानूनगो संजय मुनगली, सभासद तनुज तिरुवा, फायर ब्रिगेड प्रभारी दिनेश पाठक, लक्ष्मण सिंह, हयात सिंह, दीपक रावत, मुकेश पंचपाल, योगेश मेहरा आदि मौजूद रहे।