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धूराफाट-बौड़ी पेयजल योजना से हो रही गंदे पानी की सप्लाई

धूराफाट क्षेत्र में पेयजल संकट गहरा गया है। भीषण गर्मी में जहां लोग पानी को तरस रहे थे, वहीं हल्की बारिश होने पर गंदे पानी की सप्लाई होने लगी है। ग्रामीणों ने जल संस्थान से योजना की तकनीकी जांच कराने...

धूराफाट-बौड़ी पेयजल योजना से हो रही गंदे पानी की सप्लाई
हिन्दुस्तान टीम,बागेश्वरWed, 05 Jun 2019 05:15 PM
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धूराफाट क्षेत्र में पेयजल संकट गहरा गया है। भीषण गर्मी में जहां लोग पानी को तरस रहे थे। वहीं, हल्की बारिश के बाद गंदे पानी की सप्लाई होने लगी है। ग्रामीणों ने जल संस्थान से योजना की तकनीकी जांच कराने की मांग की है। साथ ही जल्द पेयजल किल्लत दूर नहीं होने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी भी दी।

वर्ष 2010-11 में धूराफाट क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति के लिए पंपिंग योजना का निर्माण कराया गया। साताबगड़ से बनी इस योजना से बोहाला न्याय पंचायत के 12 गांवों की पानी की आपूर्ति की जाती है। 20 हजार से अधिक लोगों को इसका लाभ दिलाने के लिए इस योजना का निर्माण कराया गया था। इसके बावजूद क्षेत्र के बौड़ी, शिया, रेखोली, पाना, नंदीगांव, असों, किसरौली आदि गांवों का पेयजल संकट दूर नहीं हुआ। ग्राम प्रधान बौड़ी मोहन सिंह रावत ने बताया कि योजना को शुरू हुए नौ साल हो गए हैं। इस दौरान नदी का जल स्तर गिरता जा रहा है। जिससे गर्मी होने पर क्षेत्र में पेयजल संकट गहरा जाता है। हल्की बारिश में नदी का गंदा पानी घरों तक पहुंचने लगता है। उन्होंने बताया कि दो दिन से नलों से गंदे पानी की आपूर्ति की जा रही है। जिससे लोगों को पीने के पानी के संकट का सामना करना पड़ रहा है। कहा कि विभागीय कर्मचारियों को सूचित करने पर भी समस्या की लगातार अनदेखी हो रही है। ग्रामीण हेमा देवी, भगवती देवी, भूपाल राम, कमल राम, हंसी देवी, महेंद्र सिंह आदि ने योजना की तकनीकी जांच कर पेयजल संकट से निजात दिलाने की मांग की। उन्होंने कहा कि जल्द समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे ग्रामीण उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे।

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इनसेट कोट-

गंदे पानी की आपूर्ति होने का मामला मेरे संज्ञान में नहीं था। विभागीय कर्मचारी से इसकी जांच कराई जाएगी। किसी प्रकार की तकनीकी खामी पाई जाने पर उसे तत्काल ठीक कर दिया जाएगा।

एमके टम्टा, ईई, जल संस्थान, बागेश्वर।

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