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कहानी और कविता भाषा कौशल को विकसित करने की सर्वश्रेष्ठ विधा: किरौला

जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में पांच दिवसीय बाल पत्रिका लेखन पर कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में प्रशिक्षुओं को हस्तलेखन संबंधित विभिन्न जानकारी दी गई। वक्ताओं ने कहा कहानी और कविता भाषा...

कहानी और कविता भाषा कौशल को विकसित करने की सर्वश्रेष्ठ विधा: किरौला
हिन्दुस्तान टीम,बागेश्वरSat, 16 Mar 2019 07:14 PM
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जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में पांच दिवसीय बाल पत्रिका लेखन पर कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में प्रशिक्षुओं को हस्तलेखन संबंधित विभिन्न जानकारी दी गई। वक्ताओं ने कहा कहानी और कविता भाषा कौशल को विकसित करने की सर्वश्रेष्ठ विधा है।

शनिवार को राष्ट्रीय बाल साहित्यकार उदय किरौला ने कार्यशाला का समापन किया। उन्होंने कहा कि संचार प्रौद्योगिकी के इस युग में हस्तलेखन को बचाये रखना बेहद जरूरी है। कहा कि भाषा कौशल को विकसित करने के लिए कहानी, कविता और नाटक सर्वश्रेष्ठ विधा है। इन्हें विकसित करने के लिए हमें विद्यालयों और कक्षा-कक्षों में छात्र-छात्राओं को अवसर प्रदान करने होंगे। इसके लिए प्रशिक्षुओं ऐसी विधाओं में दक्ष होने की आवश्यकता है। इस दौरान प्रशिक्षुओं को खेल, समूहगीत, हमारे पर्यावरण और जनगीतों का अभ्यास कराया। प्राचार्य डॉ. शैलेंद्र धपोला ने कहा इस प्रकार की सृजनात्मक कार्यशालाएं शिक्षण में मील का पत्थर साबित होगा। कार्यक्रम का संचालन भैरव दत्त पांडे ने किया। यहां सीएम जोशी, डॉ. प्रेम सिंह मावड़ी, डॉ. केएस रावत, भैरव दत्त पांडे, डॉ. दयासागर, डॉ. केएन जोशी रहे। कार्यशाला में शुभम शाह, नरेंद्र कार्की, संदीप जोशी, देवेंद्र कोरंगा, उपेंद्र, रेनू, रश्मि समेत कुल 421 प्रशिक्षुओं ने प्रतिभाग किया।

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