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Hindi News उत्तराखंड बागेश्वरशिव-पार्वती की पूजा को बागनाथ मंदिर में उमड़ी सुहागिन महिलाएं

शिव-पार्वती की पूजा को बागनाथ मंदिर में उमड़ी सुहागिन महिलाएं

जिले में पति व पत्नी के अमर प्रेम का प्रतीक पर्व करवाचौथ धूमधाम से मनाया गया। नगर के बागनाथ मंदिर में सुहागिनों ने शिव परिवार की पूजा की। उन्होंने करवा माई की कथा...

जिले में पति व पत्नी के अमर प्रेम का प्रतीक पर्व करवाचौथ धूमधाम से मनाया गया। नगर के बागनाथ मंदिर में सुहागिनों ने शिव परिवार की पूजा की। उन्होंने करवा माई की कथा...
1/ 3जिले में पति व पत्नी के अमर प्रेम का प्रतीक पर्व करवाचौथ धूमधाम से मनाया गया। नगर के बागनाथ मंदिर में सुहागिनों ने शिव परिवार की पूजा की। उन्होंने करवा माई की कथा...
जिले में पति व पत्नी के अमर प्रेम का प्रतीक पर्व करवाचौथ धूमधाम से मनाया गया। नगर के बागनाथ मंदिर में सुहागिनों ने शिव परिवार की पूजा की। उन्होंने करवा माई की कथा...
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जिले में पति व पत्नी के अमर प्रेम का प्रतीक पर्व करवाचौथ धूमधाम से मनाया गया। नगर के बागनाथ मंदिर में सुहागिनों ने शिव परिवार की पूजा की। उन्होंने करवा माई की कथा...
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हिन्दुस्तान टीम,बागेश्वरThu, 17 Oct 2019 05:58 PM
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जिले में पति व पत्नी के अमर प्रेम का प्रतीक पर्व करवाचौथ धूमधाम से मनाया गया। नगर के बागनाथ मंदिर में सुहागिनों ने शिव परिवार की पूजा की। उन्होंने करवा माई की कथा सुनी। भगवान से पति के सुख, सौभाग्य और दीघार्यु का आशीर्वाद मांगा। जिले के गरुड़, कांडा और कपकोट में भी करवाचौथ का पर्व हर्षोल्लास से मना। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाने वाला करवाचौथ सुहागिन महिलाओं का प्रमुख पर्व है। व्रत के एक दिन पहले से महिलाएं साज श्रृंगार करने लगी। गुरुवार को उन्होंने सुबह से रात चांद निकलने तक निर्जल उपवास रखा। सायंकाल नगर की महिलाओं ने बागनाथ मंदिर में भगवान गणेश, शिव, पार्वती और कार्तिकेय की पूजा की। उन्होंने करवा माई की कहानी सुनी। भगवान से अपने पति की लंबी उम्र का वरदान मांगा। उन्होंने पति के सुख और सौभाग्य को अक्षत रखने की कामना की। पूजा के दौरान नगर पालिका क्षेत्र के चौक बाजार, दुग बाजार, कत्यूर बाजार, मजियाखेत, आदर्श कॉलोनी, मंडलसेरा, भागीरथी, कठायतबाड़ा, ठाकुरद्वारा समेत तमाम स्थानों की महिलाएं उमड़ी। उन्होंने विधिविधान से पूजा अर्चना की। शाम को महिलाओं ने चंद्रमा की पूजा की। जिसके बाद उन्होंने पति के हाथ से पानी पीकर व्रत खोला। बागनाथ मंदिर में अंजना मेहरा ने करुवाचौथ की कथा सुनाई और पूजा की विधि बताई। पूर्व पालिकाध्यक्ष गीता रावल, पूर्व ब्लॉक प्रमुख रेखा खेतवाल, ममता रावल आदि ने बताया कि करवाचौथ का सुहागिनों को साल भर इंतजार रहता है। इस दिन का उनके जीवन में बड़ा महत्व है। इस दिन महिलाओं पूरी तरह से सजधज पति की लंबी उम्र की कामना के साथ उपवास रखती हैं। इस दिन भगवान शिव, पार्वती, गणेश, कार्तिकेय और चंद्रमा की पूजा की जाती है। महिलाएं पति के हाथ से पानी पीकर ही उपवास खोलती हैं। इस मौके पर मुन्नी सोनी, बिन्नी सोनी, सिम्मी सोनी, आशा मेहरा, सुनीता मेहरा, ज्योत्सना मेहरा, तनुता कांडपाल, इंद्रा भाकुनी, किरन जोशी, कविता खेतवाल, मोनी कांडपाल, सुनीता मेहता सहित सैकड़ों महिलाएं मौजूद रहीं। इसके अलावा तहसील मार्ग स्थित भगवती मंगोतरा के आवास पर भी कार्यक्रम आयोजित किया गया।

कपकोट व गरुड़ में भी मना पर्व

कपकोट/गरुड़। करवाचैथ का पर्व जिले के कपकोट, गरुड़, कांडा, काफलीगैर आदि स्थानों पर भी धूमधाम से मनाया गया। कपकोट के वार्ड नंबर दो में महिलाओं ने सालों से चली आ रही परंपरा के तहत पूजा की। उन्होंने मां कालिका मंदिर के आंगन में एकत्र होकर करवाचैथ की कथा पड़ी। विधिविधान से शिव परिवार की पूजा की। इस मौके पर आशा तिरुवा, जमुना देवी, आरती देवी, विमला देवी, मुनि देवी, कमला देवी, नीतू, रेखा आदि मौजूद रहे। इधर गरुड़ के रामलीला मैदान में महिलाओं ने करवाचौथ व्रत की पूजा की। उन्होंने पति की दीर्घायु के लिए आशीर्वाद मांगा।

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