हुड़के की थाप पर रेल आंदोलन को दी धार
रेलमार्ग के निर्माण की मांग को लेकर रेल समिति का क्रमिक अनशन 42वें दिन भी जारी रहा। इस दौरान उन्होंने ढ़ोलक और हुड़के की थाप पर शीघ्र रेलमार्ग का निर्माण कार्य शुरू नहीं होने पर उग्र आंदोलन की...
रेलमार्ग के निर्माण की मांग को लेकर रेल समिति का क्रमिक अनशन 42वें दिन भी जारी रहा। इस दौरान उन्होंने ढ़ोलक और हुड़के की थाप पर शीघ्र रेलमार्ग का निर्माण कार्य शुरू नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। तहसील परिसर में आंदोलनकारियों की ओर से सांस्कृतिक संध्या का भी आयोजन किया जा रहा है।
टनकपुर-बागेश्वर रेलमार्ग के निर्माण मांग को लेकर तहसील परिसर में धरना दे रहे आंदोलनकारियों द्वारा शाम के समय सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें विभिन्न लोकगीतों के जरिए आंदोलन को धार दे रहे हैं। धरने पर बैठी महिलाएं और पुरुष ढोलक एवं हुड़के की थाप पर अनशनकारियों में ऊर्जा का संचार कर रहे हैं। वक्ताओं ने कहा कि टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन निर्माण समिति का क्रमिक अनशन बीते 15 अगस्त से जारी है। मंगलवार को आनंद बल्ल्भ तिवारी और विष्णु सिंह परिहार धरने पर बैठे। इस अवसर पर निवर्तमान पालिका अध्यक्ष गीता रावल ने कहा कि भाजपा सरकार ने रेल लाइन देने का वादा किया था। लेकिन सरकार बनने के बाद वह अपने वादे को भूल गई है। कहा कि रेल लाइन के लिए लोग लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि रेल लाइन परिवहन का एक प्रमुख साधन है। ऐसे में लोगों का गुस्सा आंदोलन को तेज कर रहा है। समिति की अध्यक्ष नीमा दफौटी ने कहा कि जब तक मांगे पूरी नहीं होती हैं। उनका आंदोलन जारी रहेगा। यहां महासचिव खड़क राम आर्या, डूंगर नेगी, पार्वती पांडे, नरेंद्र रावत, कमलाकांत मिश्रा, देवीदत्त मिश्रा, पूरन रावत, एडवोकेट गोविन्द भंडारी, आनंद तिवारी रहे।