नौकोड़ी के उलानिधर तोक में भूस्खलन, पांच घरों को खतरा
जिले में बारिश का सिलसिला जारी है। जिसके कारण कपकोट तहसील के नौकोड़ी के उलानिधर तोक में भयंकर भूस्खलन हुआ...
कपकोट तहसील में लगातार हो रही बारिश से नौकोड़ी के उलानिधर तोक में भूस्खलन शुरू हो गया है। जिसके कारण एक परिवार ने अपना घर छोड़ दिया है। जबकि पांच अन्य परिवारों पर भी खतरा पैदा हो गया है। उनके मकानों में भी दरारें पड़ गई हैं। प्रभावितों ने तहसील प्रशासन से मौका मुआयना कर उचित मुआवजा देने की मांग की है।
कपकोट तहसील भूकंप और भूस्खलन की दृष्टि से जौन पांच में आता है। हिमालय की तलहटी में बसे गांवों में बारिश के दिनों में भूस्खलन का खतरा बना रहता है। उलानिधार में रविवार रात भारी भूस्खलन हुआ है। जिससे पुष्कर सिंह पुत्र स्व. बहादुर सिंह के मकान में दरारें पड़ गई हैं और घर का आंगन ध्वस्त हो गया है। उन्होंने रात में ही अपना घर छोड़ दिया है। जबकि उनके मकान के नीचे बसे हर सिंह पुत्र खुशाल सिंह, प्रवीन सिंह पुत्र गोपाल सिंह, कुंवर सिंह पुत्र स्व. किशन सिंह, विशन सिंह पुत्र स्व. किशन सिंह के मकानों को भी खतरा पैदा हो गया है। सामाजिक कार्यकर्ता लोकपाल सिंह कोरंगा ने कहा पटवारी को फोन पर सूचना दी गई है। उन्होंने कहा प्रभावितों ने तहसील प्रशासन से तत्काल राहत और नुकसान का जायजा लेने की मांग की है। इधर, एसडीएम प्रमोद कुमार ने कहा तहसीलदार को मौका मुआयना करने को निर्देशित किया है।
सात सड़कें अभी भी बंद
बागेश्वर। बारिश के चलते जिले की सात आंतरिक सड़कें अभी भी बंद हैं। इनमें गरुड़-द्यौनाई, बैजनाथ-फटगली, हरीनगरी-पप्यों, असों बसकुना, कंधार-लोहागड़ी, बिजोरीझाल-ओखलसों तथा कपकोट-बघर मोटर मार्ग शामिल हैं। आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने कहा बंद मार्गों को खोलने का काम जारी है। इधर, सोमवार को बागेश्वर-गरुड़ मोटर मार्ग में द्यांगण के पास सड़क पर पेड़ गिरने के बाद कीचड़ होने से केएमओयू की बस फंस गई। यात्रियों ने धक्का लगाकर बस को कीचड़ से बाहर निकाला।