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द्वारिकाछीना में फिर हुआ भूस्खलन, यातायात ठप

द्वारिकाछीना के पास एक बार फिर से भूस्खलन हो गया। जिससे रोड में यातायात बाधित हो गया है। दो दिन पूर्व ही लोनिवि की पोकलैंड ने सड़क को यातायात के लायक बनाया था। बुधवार की रात मलबा गिरने से फिर सड़क बंद...

द्वारिकाछीना के पास एक बार फिर से भूस्खलन हो गया। जिससे रोड में यातायात बाधित हो गया है। दो दिन पूर्व ही लोनिवि की पोकलैंड ने सड़क को यातायात के लायक बनाया था। बुधवार की रात मलबा गिरने से फिर सड़क बंद...
1/ 2द्वारिकाछीना के पास एक बार फिर से भूस्खलन हो गया। जिससे रोड में यातायात बाधित हो गया है। दो दिन पूर्व ही लोनिवि की पोकलैंड ने सड़क को यातायात के लायक बनाया था। बुधवार की रात मलबा गिरने से फिर सड़क बंद...
द्वारिकाछीना के पास एक बार फिर से भूस्खलन हो गया। जिससे रोड में यातायात बाधित हो गया है। दो दिन पूर्व ही लोनिवि की पोकलैंड ने सड़क को यातायात के लायक बनाया था। बुधवार की रात मलबा गिरने से फिर सड़क बंद...
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हिन्दुस्तान टीम,बागेश्वरThu, 17 Oct 2019 04:34 PM
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द्वारिकाछीना के पास एक बार फिर से भूस्खलन हो गया। जिससे रोड में यातायात बाधित हो गया है। दो दिन पूर्व ही लोनिवि की पोकलैंड ने सड़क को यातायात के लायक बनाया था। बुधवार की रात मलबा गिरने से फिर सड़क बंद हो गई है। भूस्खलन का असर पेजयल योजना पर भी पड़ा है। जिससे नगर में एक बार फिर से पेयजल संकट पैदा हो गया है। बागेश्वर-गिरेछीना मोटर मार्ग पर किमी तीन में पहाड़ी दरकने से लगातार भूस्खलन हो रहा है। बीते 30 सितंबर से मोटर मार्ग पूरी तरह से बंद था। जिसे लोनिवि ने पोकलैंड की मदद से छोटे वाहन गुजारने लायक बनाया था। दो दिन बाद ही एक बार फिर पहाड़ी से भूस्खलन हुआ और रोड बंद हो गई। लगातार सड़क के बंद रहने से करीब 30 गांवों की आबादी प्रभावित हो रही है। रोजाना आवागमन करने वाले परेशान हैं। बच्चों, नौकरीपेशा व व्यापारियों को आने-जाने में दिक्कत हो रही है। ग्रामीण इलाकों में रोजमर्रा के जरुरत की वस्तुएं भी नहीं पहुंच पा रही हैं। इधर दो दिन रोड खुलने से लोग खुश थे कि अचानक एक बार फिर से उन्हें मायूस होना पड़ा है। ग्रामीणों ने कहा कि लोनिवि की अनदेखी के चलते रोड का यह हाल हुआ है। विभाग को पहले से ही पहाड़ के धंसने का अंदेशा था, उसके बावजूद हल्की दीवार लगाने का काम किया। इससे परेशानी कम होने की बजाय बढ़ती चली गई। हालात यह है कि अब पूरा पहाड़ ही गिरने की स्थिति में आ गया है। उन्होंने जल्द रोड को वाहनों के चलने लायक बनाने की मांग की।

नगर में छाया पेयजल संकट

बागेश्वर। द्वारिकाछीना में लगातार भूस्खलन होने से नगर की पेयजल व्यवस्था भी चरमरा गई है। जल संस्थान के कर्मचारियों ने द्वारिकाछीना के पास प्लास्टिक के पाइप लगाकर अस्थाई प्रबंध किया था। जिसे रोड का मलबा हटाने के कारण निकालना पड़ा। पाइप हटने से सैम मंदिर और ज्वालादेवी वार्ड में फिर से पेयजल किल्लत पैदा हो गई है। हालांकि जल संस्थान का कहना है कि सिर्फ काम करते समय ही पाइप हटाये जा रहे हैं। शाम को काम खत्म होने के बाद पाइप लाइन को दुबारा जोड़कर अस्थाई व्यवस्था की जाएगी। ताकि फिर से नगर में पानी की आपूर्ति की जा सके।

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