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शिक्षा में धन की कमी आड़े नहीं आएगीः डीएम

जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने कौसानी में केंद्रीय विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक ली। उन्होंने कहा कि शिक्षा पर अतिरिक्त ध्यान देने की जरुरत है। इसमें धन की कमी को आड़े नहीं आने दिया जाएगा। उन्होंने...

शिक्षा में धन की कमी आड़े नहीं आएगीः डीएम
हिन्दुस्तान टीम,बागेश्वरFri, 20 Sep 2019 10:35 PM
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जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने कौसानी में केंद्रीय विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक ली। उन्होंने कहा कि शिक्षा पर अतिरिक्त ध्यान देने की जरुरत है। इसमें धन की कमी को आड़े नहीं आने दिया जाएगा। उन्होंने विद्यालय के नवीनीकरण व सौंदर्यीकरण के लिए जल्द आंगणन तैयार कर उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए।

प्रबंध समिति की बैठक में डीएम ने विद्यालय की बिजली, पेजयल आदि समसस्याओं की जानकारी ली। प्रधानाचार्य आरएस बिष्ट ने बताया कि स्कूल परिसर में स्टेज के नवीनीकरण की जरुरत है। जिस पर डीएम ने लोनिवि के अधकिारियों से स्टेज के साथ विद्यालय की सफेदी के लिए भी आंगणन तैयार करने को कहा। उन्होंने शिक्षा में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने को कहा। बच्चों को प्रार्थना सभा में बच्चों को यातायात नियमों की जानकारी देने के भी निर्देश दिए। उन्होंने विद्यालय के स्टाफ व शिक्षकों की भी जानकारी ली। बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण भी निर्धारित समय पर कराने को कहा। उन्होंने विद्यालय में छात्रों के सापेक्ष शिक्षकों के बारे में जाना। प्रधानाचार्य ने बताया कि यहां स्वीकृत पद के सापेक्ष सभी स्थाई शिक्षक तैनात हो गए हैं। स्टाफ में दो पद रिक्त चल रहे हैं। विद्यालय की कुल छात्र संख्या 460 है। बैठक में एसडीएम जयवर्द्धन शर्मा, जीएस गुंज्याल, मोहित कौशल, शंकर सिंह बिष्ट, रिचा जोशी, थ्रीश कपूर, विमला देवी, संतोष कुमार, रविंद्र सिंह बिष्ट, ऋिषिराज वर्मा, बलवंत नेगी, एमएस मटियानी आदि मौजूद रहे। डीएम ने शिक्षक बन बच्चों को पढ़ायाःबागेश्वर। डीएम रंजना राजगुरु ने केंद्रीय विद्यालय में कक्षाओं का निरीक्षण किया और बच्चों से सवाल भी पूछे। उन्होंने छात्र-छात्राओं को कड़ी मेहनत करने और बड़े सपने देखने को कहा। उन्होंने कहा कि सपने ही आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। उन्होंने बच्चों से सफाई पर विशेष ध्यान देने व अवकाश के दिनों में भी निरंतर पढ़ने व माता, पिता गुरुजनों की बात मानने को कहा। उन्होने कहा कि समाज में उच्च स्थान हासिल करने के लिए शिक्षा के साथ अच्छा चरित्र भी जरुरी है। उन्होंने बच्चों से नशे सहित अन्य सामाजिक बुराइयों से दूर रहकर लोगों को भी जागरुक करने को कहा। शिक्षकों को बच्चों को विशेष रुचि लेकर पढ़ाने के निर्देश दिए।

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