कमेड़ीदेवी की रामलीला में शुक्रवार की रात भरत राम मिलाप, सूर्पणखा नासिका छेदन, सूर्पणखा रावण संवाद, खर दूषण वध, जटायु मरण प्रसंगों के मंचन खास आकर्षण के केंद्र रहे।
कमेड़ीदेवी में आयोजित हुडम, देवतोली, थाला, झाला, मालसुना, बड़ैत, झुटोलीनागर, खोली, टकनार, भैंसुड़ी, दुदीला, ऐराड़ी, झाकरा, भंतोला, सेरी, जाखनी, माजगांव आदि की रामलीला के पांचवें दिन पंचवटी में राम-लक्ष्मण के रूप पर मोहित होकर सूर्पणखा ने उन्हें रिझाने का प्रयास किया। सूर्पणखा के व्यवहार से गुस्सा लक्ष्मण ने उसकी नाक काट डाली। इसके बाद खरदूषण वध, रावण दरबार, मारीच रावण संवाद और जटायु मरण के प्रसंगों का मंचन हुआ। कैकई की भूमिका राजेंद्र राठौर, वरिष्ठ हरीश जोशी, सूर्पणखा उमेश राठौर, खर दूषण ओमी और गावस्कर, जटायु हरीश जोशी, रावण देवकीनंदन पाठक, राम पारस जोशी, लक्ष्मण आशीष जोशी, सीता सचिन मेहरा ने निभाई। इस पर कमल पाठक, चंदन, गोविंद राम, बिट्टू, पुरुषोत्तम जोशी, संतोष रावत आदि ने अपना सहयोग दिया।