ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तराखंड बागेश्वरनदी में मछली मारने पर सख्त हुआ वन विभाग

नदी में मछली मारने पर सख्त हुआ वन विभाग

सरयू और गोमती नदियों में मछली मारने वालों को लेकर वन विभाग सख्त हो गया है। गुरुवार को विभाग की टीम ने सरयू नदी में छापेमारी की। जिन्हें देखकर मछुवारे भाग खड़े हुए। विभाग ने उन्हें चेतावनी देते हुए...

नदी में मछली मारने पर सख्त हुआ वन विभाग
हिन्दुस्तान टीम,बागेश्वरThu, 04 Jun 2020 04:56 PM
ऐप पर पढ़ें

सरयू और गोमती नदियों में मछली मारने वालों को लेकर वन विभाग सख्त हो गया है। गुरुवार को विभाग की टीम ने सरयू नदी में छापेमारी की। जिन्हें देखकर मछुवारे भाग खड़े हुए। विभाग ने उन्हें चेतावनी देते हुए दोबारा मछली मारने से बाज आने को कहा। पकड़े जाने पर वाइल्ड लाइफ अधिनियम में कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी।

नदियों में मछली मारना प्रतिबंधित होने के बावजूद नगर पालिका क्षेत्र में कई मछुवारे इसका उल्लंघन करते हैं। इसकी भनक वन विभाग को भी थी। गुरुवार को कठायतबाड़ा, पिंडारी रोड पर कई स्थानों में मछुवारे खुलेआम मछलियों का आखेट कर रहे थे। इसकी सूचना जब वन विभाग को मिली तो अधिकारी व कर्मचारी तत्काल छापेमारी को पहुंच गए। वन विभाग की टीम सीधे सरयू नदी में उतर गई। जिसकी भनक मछुवारों को लगी तो वह नदी से भागने लगे। इस बीच अधिकारियों ने उन्हें सख्त लहजे में चेतावनी दी। बताया कि नदियों में मछली मारने पर प्रतिबंध है। यह अपराध की श्रेणी में आता है। कहा कि अगर कोई मछली मारते हुए पकड़ा गय तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस मौके पर रेंजर मोहन सिंह नयाल, वन दरोगा भूपाल राम, अमित कनारी, त्रिलोक पांडे आदि मौजूद रहे।

सरयू नदी में मछली मारने वालों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया गया। भाग रहे मछुवारे को कड़ी चेतावनी दी गई है। अगर कोई भी नदी में मछली मारता पकड़ा गया तो उसके खिलाफ वाइल्ड लाइफ अधिनियम 1972 के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस एक्ट के तहत अधिकतम सात साल की सजा का भी प्रावधान है।

मोहन सिंह नयाल, आरओ, बागेश्वर।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें