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जिला स्तरीय संगीत प्रतिभा सम्मान में दिखी प्रतिभा

जिला शिक्षा एंव प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित संगीत प्रतिभा सम्मान समारोह में वक्ताओं ने संगीत शिक्षा के महत्त्व पर ज़ोर दिया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों और शिक्षकों की छिपी प्रतिभाओं को...

जिला स्तरीय संगीत प्रतिभा सम्मान में दिखी प्रतिभा
Newswrap हिन्दुस्तान, बागेश्वरTue, 3 Sep 2024 03:08 PM
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जिला शिक्षा एंव प्रशिक्षण संस्थान में जिला स्तरीय संगीत प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। वक्ताओं ने कहा कि विद्यालयी शिक्षा के विषयों की श्रंखला में संगीत शिक्षा का एक विशेष महत्व है। इससे संगीत शिक्षा के द्वारा विद्यार्थियों की प्रतिभा का चहुंमुखी विकास होता है। शिक्षक का मनोबल सदैव उत्साहपूर्ण बना रहे, इसके लिए संगीत शिक्षक समारोह की कल्पना की गई है। कार्यक्रम समन्वयक रवि कुमार जोशी ने बताया कि राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तराखंड के तत्वाधान में संगीत एवं नृत्य में रुचि रखने वाले अध्यापकों एवं छात्र-छात्राओं में छिपी प्रतिभाओं को मंच प्रदान करने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम किया गया। इस कार्यक्रम में शासकीय, अशासकीय, राज्यार्न्तगत संचालित राजीव गांधी नवोदय विद्यालयों के सहायक अध्यापक, प्रधानाध्यापक प्राथमिक विद्यालयों के एवं माध्यमिक विद्यालयों के सहायक अध्यापकों ने भाग लिया। शिक्षक वर्ग में सुगम संगीत गायन और शास्त्रीय वाद्य यंत्र वादन में प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें सुगम गायन में प्रथम स्थान उपेन्द्र मेहता एवं कृष्णा भट्ट संयुक्त रूप से रहे। द्वितीय स्थान पर नारायण कुमार तथा तृतीय स्थान पर महेश जोशी रहे। वाद्य यंत्र प्रतियोगिता में हरीश राम प्रथम रहे। विद्यार्थियों हेतु शास्त्रीय संगीत और लोक नृत्य विधा में प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें शास्त्रीय संगीत में प्रथम स्थान पर गुड्डी आर्या, द्वितीय स्थान पर प्रिंस रहे। लोकनृत्य में जूनियर वर्ग में डाली प्रथम, तथा द्वितीय भावना आर्या तृतीय स्थान पर शिवानी और प्रियांशी रही। छात्रों के माध्यमिक वर्ग में प्रथम स्थान पर आदित्य, द्वितीय स्थान पर पिंकी तथा तृतीय स्थान पर काजल रहे। डायट के प्राचार्य डॉ मनोज कुमार पांडे ने कहा इस प्रकार के आयोजन आवश्यक हैं। विशिष्ट अतिथि गिरीश अधिकारी एवं पंकज साह ने कहा कि वैदिक काल में संगीत शिक्षण की परम्परा के अन्तर्गत गुरु-शिष्य परम्परा में गुरू का उत्तरदायित्व होता था। निर्णायक के रूप में राजेन्द्र प्रसाद, नेहा बधरी तथा सविता जोशी ने निभाई। हारमोनियम एवं तबले में संगतकार के रूप में दीपांशु तथा साहिल रहे। कार्यक्रम में डॉ राजीव जोशी. डॉ बीडी पांडे, डॉ संदीप कुमार जोशी, डॉ. केएस रावत, डॉ उर्मिला बिष्ट, पूजा लोहनी, डॉ. दीपा जोशी, डॉ. भुवन पांडे आदि मौजूद रहे।

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