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‘पालिका अध्यक्ष सुरेश के सामने होगी सात चुनौतियां

बागेश्वर में अध्यक्ष पद पर विजयश्री प्राप्त करने वाले निर्दलीय प्रत्याशी सुरेश खेतवाल को जहां पालिका अध्यक्ष होने का गौरव हासिल होगा। वहीं उनके समक्ष अब कई चुनौतियां भी होंगी। शहर को कूड़ा निस्तारण की...

‘पालिका अध्यक्ष सुरेश के सामने होगी सात चुनौतियां
हिन्दुस्तान टीम,बागेश्वरWed, 21 Nov 2018 07:27 PM
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बागेश्वर में अध्यक्ष पद पर विजयश्री प्राप्त करने वाले निर्दलीय प्रत्याशी सुरेश खेतवाल को जहां पालिका अध्यक्ष होने का गौरव हासिल होगा। वहीं उनके समक्ष अब कई चुनौतियां भी होंगी। शहर को कूड़ा निस्तारण की समस्या से मुक्ति दिलाने और आय की कमी से जूझ रही पालिका की आय बढ़ाने की चुनौती अहम होगी। इसके अलावा भूमि हस्तानांतरण, सफाई कर्मियों की कमी को दूर करने, सीवर, ड्रेनेज सिस्टम और हाउस टैक्स लगाने की भी चुनौती होगी।

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कूड़ा निस्तारण की समस्या का ढूंढना होगा हल:

शहर में कूड़ा निस्तारण बड़ी समस्या है। बागेश्वर और गरुड़ बाजार के लिए बागेश्वर जनपद में कूड़ाघर और ट्रेंचिंग ग्राउंड का निर्माण प्रस्तावित है। इसके लिए अभी तक भूमि का चयन नहीं हो पाया है। वहीं ग्रामीणों के विरोध के चलते भी कूड़ाघर का निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है।

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पालिका की आय बढ़ाने की चुनौती:

पालिका की भावी अध्यक्ष सुरेश खेतवाल के सामने पालिका की आय बढ़ाने की भी चुनौती होगी। पिछले वित्त वर्ष के खर्चों पर नजर डालें तो पालिका की हालत आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपया वाली है। वित्त वर्ष 2017-18 में पालिका ने कर्मचारियों के वेतन-भत्तों, ईंधन और सफाई व्यवस्था आदि पर कुल 3 करोड़ रुपए खर्च किए। जबकि इसके सापेक्ष पालिका की निजी आय 96 लाख रुपए रही।

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भूमि हस्तानांतरण कराना प्रमुख कार्य:

बागेश्वर शहर पूर्ण रूप से नगर पालिका को हस्तानांतरित नहीं हो पाई है। शहर में अधिकांश भूमि जिला पंचायत, सिंचाई और वन विभाग के नाम पर है। इसके चलते पार्किंग, सार्वजनिक पार्क, शौचालय का निर्माण आदि समस्याओं का निस्तारण करने में पालिका को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। भावी अध्यक्ष खेतवाल के सामने अब इस समस्या का समाधान करना भी बड़ी चुनौती होगी।

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सफाई कर्मियों की कमी को करना होगा दूर:

नगर पालिका सफाई कर्मचारियों की कमी से भी जूझ रही है। ज्यादातर कर्मचारी उपनल के माध्यम से लगे हैं। वर्तमान समय में करीब 33 सफाई कर्मचारी कार्यरत हैं। नए परिसीमन के बाद सफाई कर्मचारियों के 17 पद रिक्त हैं।

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हाउस टैक्स लगाने पर लेना होगा निर्णय:

नगर पालिका की बोर्ड बैठक में प्रथम चरण में शासकीय, अर्द्धशासकीय और प्राइवेट स्कूल भवनों से हाउस टैक्स वसूलने का प्रस्ताव पारित किया गया था। लेकिन राजनीतिक इच्छा शक्ति की कमी के चलते इस पर अब तक कोई निर्णय नहीं लिया गया। पालिका की आय में वृद्धि करने के लिए हाउस टैक्स पर पालिका के भावी अध्यक्ष खेतवाल को निर्णय लेना होगा।

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ड्रेनेज सिस्टम चुनौती:

वर्षाकाल के दौरान शहर के ड्रेनेज सिस्टम की समस्या से किसी से नहीं छुपी है। नए परिसीमन के बाद पालिका में शामिल मंडलसेरा सबसे बड़ी समस्या पालिका के लिए बनेगा। यहां बरसात के दौरान नालियों का पानी और कचरा रास्तों और सड़कों पर बहता है। ड्रेनेज सिस्टम निर्माण को भी पालिका के नए अध्यक्ष को प्रयास करना होगा।

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सीवर की समस्या का करना होगा निदान:

नगर पालिका के भावी अध्यक्ष सुरेश खेतवाल के समक्ष शहर के आवासीय क्षेत्रों को सीवर की समस्या से निजात दिलाने की भी जिम्मेदारी होगी। बागेश्वर शहर की अब तक की सबसे बड़ी मांग सीवर लाइन की है। भावी अध्यक्ष को इस बारे में गंभीरता दिखानी होगी तभी सीवर लाइन का निर्माण संभव हो पायेगा। जो अपने आप में चुनौती भरा काम है।

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