सल्ट के ग्रामीणों ने चार घंटे जाम लगाया, यात्री बेहाल
पिछले डेढ़ माह से अधिक समय से थला-मुनडा-भिताकोट मोटर मार्ग के लिए आंदोलनरत ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के ओएसडी से सकारात्मक आश्वासन मिलने के बाद क्रमिक अनशन समाप्त कर दिया है। मांग को लेकर ग्रामीणों ने...
पिछले डेढ़ माह से अधिक समय से थला-मुनडा-भिताकोट मोटर मार्ग के लिए आंदोलनरत ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के ओएसडी से सकारात्मक आश्वासन मिलने के बाद क्रमिक अनशन समाप्त कर दिया है। मांग को लेकर ग्रामीणों ने मरचूला-डोटियालगांव मोटर मार्ग में जालीखान के पास सुबह 10.30 से दिन में 2.30 बजे तक चार घंटे तक चक्का जाम लगाया। जिससे सैकड़ों वाहन जाम में फंसे रहे।
थला-मुनडा-भिताकोट मोटर मार्ग के लिए बुधवार की सुबह विभिन्न गांवों के सैकड़ों ग्रामीण चक्काजाम के लिए मरचूला-डोटियालगांव मोटर मार्ग में जालीखान बाजार में पहुंचे। जहां महिलाओं समेत सभी ग्रामीणों ने सुबह 10.30 बजे बीच सड़क में बैठ कर चक्काजाम लगा दिया। और शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इस दौरान महिलाएं काफी अधिक संख्या में मौजूद रही। चक्काजाम के चलते मरचूला-डोटियाल गांव मोटर मार्ग के दोनों ओर भयंकर जाम लग गया। दिन में करीब दो बजे एसडीएम मोनिका व लोनिवि के ईई केएल वर्मा जैलिखान पहुंचे। इस दौरान ग्रामीण अमित रावत की मुख्यमंत्री से के ओएसडी से बात हुई। ओएसडी की ओर से सड़क को बाद में पीएमजीएसवाई में लाने का आश्वासन दिया। एसडीएम मोनिका व ईई केएल वर्मा ने ग्रामीणों से वार्ता के दौरान कहा कि कुलोली देबीखाल मोटर मार्ग की टेंडर प्रकिया चल रही है। उन्होंने कहा कि जिस सड़क की विधायक निधि से कटिंग की जा रही है। वह बाद में पीडब्ल्यूडी में आ सकती है। इन सभी आश्वासनों के बाद ग्रामीणों क्रमिक अनशन समाप्त कर दिया है। ग्रामीणों ने थला-मुनडा-भिताकोट मोटर मार्ग का कार्य जल्द से शुरू करने की मांग की। इस अवसर पर गुणानंद ध्यानी, अमित सिंह, शकुंतला रावत, विमला देवी, मुन्नी देवी, गांगुली देवी, नीमा देवी, हेमा देवी, सुमित्रा देवी, बीना देवी, अंकित सिंह समेत सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।