अल्मोड़ा में प्राधिकरण के विरोध में धरना दिया
जिला विकास प्राधिकरण के विरोध में सोमवार को सर्वदलीय संघर्ष समिति की ओर से धरना दिया गया। इस दौरान समिति के सदस्यों ने प्रदेश सरकार के इस अव्यवहारिक फैसले से आक्रोशित होकर शीघ्र ही इस फैसलों को वापस...
जिला विकास प्राधिकरण के विरोध में सोमवार को सर्वदलीय संघर्ष समिति की ओर से धरना दिया गया। इस दौरान समिति के सदस्यों ने प्रदेश सरकार के इस अव्यवहारिक फैसले से आक्रोशित होकर शीघ्र ही इस फैसलों को वापस लेने की मांग की।
कहा कि कठोर नियम होने के चलते 11 माह में केवल 30 लोगों के नक्शे व 136 से अधिक लोगों को नोटिस भेजे गए हैं। यहां चौघानपाटा में समिति के सदस्यों ने 12 से 2 बजे तक धरना दिया। धरना स्थल पर वक्ताओं ने कहा कि जनविरोध के बाद भी प्रदेश सरकार की ओर से आम जनता पर यह फैसला जबर्दस्ती थोपा जा रहा है। प्राधिकरण से सबसे अधिक निम्न वर्ग के लोग प्रभावित हो रहे हैं। डीडीए के नियम इतने कठोर है कि उन्हें एक निम्न वर्ग का व्यक्ति पूरा नहीं कर सकता। साथ ही प्राधिकरण के बाद लोगों पर वित्तीय भार बढ़ गया है। कहा कि व्यक्ति किसी तरह बैंकों से लोन लेकर अपना भवन निर्माण का सपना देखता है। लेकिन शासन-प्रशासन के अधिकारी व्यक्ति के इस सपने को धूमिल करने का कार्य कर रहे है। वक्ताओं ने प्रदेश सरकार से शीघ्र इस फैसले को वापस लेने की मांग की। धरने में आनंदी वर्मा, राजूगिरी, लीला गोस्वामी, पूरन सिंह बिष्ट, ललित मोहन पंत, राजीव कर्नाटक, दीपांशु पांडे, जगदीश साह, लक्ष्मण ऐठानी, सुनयना मेहरा, विनोद तिवारी, सुंदर लटवाल, देव सिंह चौहान समेत कई लोग मौजूद रहे।