Hindi News उत्तराखंड अल्मोड़ाभगवान भक्ति में अग्रसर हाथों की बदल जाती है रेखायें

भगवान भक्ति में अग्रसर हाथों की बदल जाती है रेखायें

रनमन के गौरी-भैरव मंदिर पैंथल में श्रीमद् भागवत महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ जारी है।कथा सुनने के लिए शनिवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी।देर शाम तक मंदिर में भजन कीर्तन में भी लोग बढ़चढ़...

भगवान भक्ति में अग्रसर हाथों की बदल जाती है रेखायें
हिन्दुस्तान टीम,अल्मोड़ाSat, 10 Aug 2019 03:28 PM
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रनमन के गौरी-भैरव मंदिर पैंथल में श्रीमद् भागवत महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ जारी है। कथा सुनने के लिए शनिवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। देर शाम तक मंदिर में भजन कीर्तन में भी लोग बढ़चढ़ कर भाग ले रहे हैं। रोजाना सुबह विधि विधान के साथ पूजा-अर्चना के बाद ज्ञान यज्ञ का वचन और संगीतमय कार्यक्रम किया जा रहा है। कथावाचक आचार्य पंडित चंद्रशेखर अधिकारी ने पंचम दिवस का वाचन करते हुए कहा कि व्यक्ति की भाग्य, जीवन आदि सभी रेखाएं हाथ में होती हैं। यही हाथ अगर भगवान की भक्ति और जरूरतमंद की सेवा में जुट जाएं तो आड़ी-तिरछी रेखाओं वाला मनुष्य भी भाग्यवान बन जाता है। उन्होंने कहा कि भगवान का संकीर्तन करने से मनुष्य को अपार ऊर्जा और प्रेरणा मिलती है। इस मौके पर यजमान दीप चंद्र उपाध्याय, वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता लाल सिंह बजेठा, ग्राम प्रधान सुंदर सिंह बिष्ट, रमेश नयाल, भीम सिंह, प्रताप सिंह, विनोद उपाध्याय, प्रकाश सिंह नेगी, सुंदर सिंह बजेठा, बलवंत बजेठा और हीरा बजेली सहित अन्य ग्राम वासी मौजूद थे। इस कार्यक्रम का समापन 12 अगस्त को पूर्णाहुति और भंडारे के साथ होगा। कथा सुनने क्षेत्र के ग्राम बजेल, निरई, दड़मिया, पाया, रनमन, सुनाड़ी और कोटुली आदि गांवों से सैकड़ों श्रद्धालु कथा श्रवण करने को पैंथल पहुंच रहे हैं।

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