अल्मोड़ा में पुराने स्वरूप में नजर आयेगा रानीमहल
कलक्ट्रेट स्थित रानीमहल को जल्द पुराने स्वरूप में लाया जाएगा। इसके लिये इन दिनों तेजी से कार्य चल रहा है। रानीमहल भूतल में बाद में बनाये गये कमरों को हटाकर बरामदे में तब्दील कर कर पुराने स्वरूप में...
कलक्ट्रेट स्थित रानीमहल को जल्द पुराने स्वरूप में लाया जाएगा। इसके लिये इन दिनों तेजी से कार्य चल रहा है। रानीमहल भूतल में बाद में बनाये गये कमरों को हटाकर बरामदे में तब्दील कर कर पुराने स्वरूप में लाया जा रहा है।
रानीमहल में बाद में किये गये चूने की परतों को हटाकर पत्थरों को पुराने स्वरूप में लाया जा रहा है। इन दिनों इस कार्य पर 40 से अधिक मजदूरों को लगाया गया है। रानी महल के साथ ही रामशिला मंदिर और मल्ला महल, किले की दीवार को भी पुराने स्वरूप में लाया जा रहा है। इन दिनों किले की दीवार पर भी मजदूरों को काम पर लगाया गया है। अल्मोड़ा कलक्ट्रेट को निर्माणाधीन कलक्ट्रेट भवन में शिफ्ट करने की भी तैयारी चल रही है। अब तक रिकार्ड रूम की फाइलों को निर्माणाधीन कलक्ट्रेट भवन में शिफ्ट कर दिया है। कलक्ट्रेट के कार्यालयों को भी जल्द शिफ्ट करने की तैयारी है। कार्यालयों को शिफ्ट करने से पहले ही कलक्ट्रेट स्थित रानीमहल को पुराने स्वरूप में लाने के लिये तैयारी तेजी से चल रही है। रानीमहल में बनाये गये सभा कक्ष को खोल दिया है। इस कक्ष के अंदर पत्थरों से चूने को निकलकर पत्थरों को पुराने स्वरूप में लाया जा रहा है। साइड के कमरों को खोलकर बरामदे में पुराने स्वरूप में लाये जा रहे हैं। कक्ष के अंदर से छत में रंगरोगन कर सजाना शुरू कर दिया है। ठेकेदार पवन ने बताया कि रोजाना काम पर 40 से अधिक मजदूरों को लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कार्य जल्द पूरा करने की तैयारी की जा रही है।