ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तराखंड अल्मोड़ापुलवामा में अब तक के सबसे बड़े आतंकी हमला: पूर्व ले. भंडारी

पुलवामा में अब तक के सबसे बड़े आतंकी हमला: पूर्व ले. भंडारी

रक्षा विशेषज्ञ ले. जनरल (सेवानिवृत्त) मोहन चंद्र भंडारी ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले को सुरक्षा में बड़ी चूक बताया। उन्होंने कहा कि घाटी में अब तक सबसे बड़े आतंकी हमले में सूचना...

पुलवामा में अब तक के सबसे बड़े आतंकी हमला:  पूर्व ले. भंडारी
हिन्दुस्तान टीम,अल्मोड़ाFri, 15 Feb 2019 11:09 PM
ऐप पर पढ़ें

रक्षा विशेषज्ञ ले. जनरल (सेवानिवृत्त) मोहन चंद्र भंडारी ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले को सुरक्षा में बड़ी चूक बताया। उन्होंने कहा कि घाटी में अब तक सबसे बड़े आतंकी हमले में सूचना तंत्र पूरी तरह फेल रहा। भंडारी ने करीब साढ़े तीन सौ किग्रा विस्फोटक के साथ किए गए हमले को पाकिस्तान की शह पर सुनियोजित साजिश करार दिया।

उन्होंने कहा कि हमले के बाद देश में कारगिल युद्ध के पूर्व जैसे हालात पैदा हो गए हैं, कायराना हरकत के लिए पाकिस्तान को करारा तमाचा जड़ा जाना बेहद जरूरी है। वार्ता में जनरल भंडारी ने कहा कि पुलवामा की घटना स्वतंत्रता के बाद घाटी में अब तक का सबसे बड़ा व भयंकर आतंकी हमला है। वर्ष 2000 में श्रीनगर में बटवारागेट में कार के माध्यम से हुए फिदायीन हमले से इस तरह के हमलों की शुरुआत आतंकवादियों ने की थी। पुलवामा हमले में सबसे बड़ी बात यह है कि करीब साढ़े तीन सौ किग्रा आरडीएक्स आतंवादियों के पास कहां से आया। पाकिस्तान अथवा एलओसी से आए विस्फोटक को आतंकवादी लंबे समय से स्टॉक कर रहे थे, ताकि घटना को अंजाम दिया जा सके। साथ ही राजमार्ग में जिस जगह हमला हुआ, वहां की पूरी रेकी आतंकवादियों ने की थी। विस्फाटकों से लदी कार सीआरपीएफ के वाहन से टकराने के बाद आतंकियों ने जवानों पर गोलियां भी बरसाईं। जनरल भंडारी ने कहा कि इसमें सीआरपीएफ की कॉन्वाई कंट्रोल कमांड में भी कुछ कमी रही होगी, कॉन्वाई कमांडर सड़क जांच के बाद काफिले को क्लीयरेंस देता है। हालांकि आतंकियों को इस कार्रवाई की पूरी जानकारी रहती है। लेकिन आतंकवादियों का विस्फोटकों से लदा वाहन राजमार्ग में कई सुरक्षा बैरियरों को पार करके कैसे जवानों के काफिले तक पहुंच गया, ये भी जांच का विषय है। जनरल भंडारी ने कहा कि गुरुवार को आतंकी हमले के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री को ट्वीट कर रक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक बुलाने का आग्रह किया। शुक्रवार को कैबिनेट कमेटी की बैठक में पाकिस्तान को मोस्ट फेवर्ड नेशन के दर्जे से हटा दिया गया है, पाकिस्तान से कूटनीतिक संबंधों की समाप्ति की ओर यह कदम है। रक्षा विशेषज्ञ ने कहा कि घाटी में आतंवादियों के खिलाफ सुरक्षा बलों के अभियान से बौखलाया पाकिस्तान चीन व सऊदी अरब की शह पर इस तरह की आंतकी घटनाओं को अंजाम दे रहा है। इस बड़ी आतंकी घटना के बाद पूरे देश में गुस्सा है व जनता सवाल पूछ रही है। इस कायराना हरकत के लिए पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया जाना बेहद जरूरी है।

सैनिकों के परिजन बोले, यह वक्त सेना के हौसले बढ़ाने का

रानीखेत। पुलवामा में हुए बड़े आतंकी हमले के बाद वीर सैनिकों के परिजनों में बेहद रोष है। घटना के बाद हालांकि सीमाओं पर तैनात जवानों के परिवार सहमे हुए भी है। परिजनों की कायराना हरकत के लिए पाकिस्तान और आतंकवादियों को करारा जवाब देने पर जोर दिया है। उपमंडल के स्याल्दे निवासी तारा सिंह का परिवार दो पीढ़ियों से सेना के माध्यम से देश सेवा कर रहा है। तारा सिंह व उनके छोटे भाई देव सिंह सेना से रिटायर्ड हैं। भारतीय सेना में सिपाही देव सिंह का पुत्र संदीप सिह इन दिनों जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में तैनात है। गुरुवार को घाटी में हुए भीषण आतंकवादी हमले के बाद संदीप का परिवार पूरे दिन सहमा रहा। बाद में अपने लाल की कुशलता पर परिजनों ने राहत की सांस जरूर ली, लेकिन हमले में तीन दर्जन से अधिक सीआरपीएफ जवानों की शहादत पर उन्हें मलाल है। संदीप के ताऊ तारा सिंह ने कहा कि कश्मीर में लगातार जारी आतंकी हमलों के बीच सैनिकों के परिवारों की मनोस्थिति का स्वयं ही अंदाजा लगाया जा सकता है। पुलवामा आतंकी हमले को कायरता पूर्ण करार देते हुए उन्होंने कहा कि यह वक्त सेना के हौसलों को बुलंद करने का है। साथ ही कायराना हरकत के लिए आतंकवादियों के साथ पाकिस्तान को करारा सबक सिखाना बेहद जरूरी है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें