महिला अस्पताल में ऑपरेशन ठप, बेस रेफर हो रहीं महिलाएं
ओटी के जीर्णोद्धार कार्य से अस्पताल में तीन महीने से ऑपरेशन बंद ओटी के जीर्णोद्धार कार्य से अस्पताल में तीन महीने से ऑपरेशन...
अल्मोड़ा। ओटी के जीर्णोद्धार कार्य से महिला अस्पताल में तीन माह से अधिक समय से ऑपरेशन ठप हैं। महिलाओं को बेस रेफर करना अस्पताल की मजबूरी हो गई है। ऑपरेशन नहीं होने से प्रसव के लिए आ रहीं महिलाओं को सबसे अधिक दिक्कतें झेलनी पड़ रहीं हैं।
जिला अस्पताल के अधीन आने वाले महिला अस्पताल में अप्रैल के आखिरी दिनों से ऑपरेशन थियेटर का जीर्णोद्धार कार्य चल रहा है। जीर्णोद्धार कार्य शुरू होने से अस्पताल प्रशासन को यहां ऑपरेशन बंद करने पड़े थे और महिलाओं को बेस रेफर करने की व्यवस्था की थी। तीन माह से अधिक समय हो गया है, लेकिन अब भी ओटी का जीर्णोद्धार कार्य पूरा नहीं हो सका है। इस कारण अस्पताल में महिलाओं के ऑपरेशन भी संभव नहीं हो पा रहे हैं। इससे गर्भवती महिलाओं को ऑपरेशन के लिए बेस अस्पताल की दौड़ लगानी पड़ रही है। महिला अस्पताल में काफी संख्या में महिलाएं प्रसव कराने को पहुंचती हैं। मेडिकल कॉलेज के मुताबिक हर महीने पचास से भी अधिक महिलाएं जिला अस्पताल से रेफर होकर मेडिकल कॉलेज के बेस अस्पताल पहुंच रही हैं। मेडिकल कॉलेज के बेस अस्पताल की दौड़ लगाना महिलाओं की मजबूरी बन गया है।
ब्लड बैंक नहीं होने से दोहरी परेशानी
मेडिकल कॉलेज के बेस अस्पताल में ब्लड बैंक का संचालन अब तक नहीं हो सका है। लिहाजा गर्भवती महिलाओं और उनके परिजनों को दोहरी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। महिलाओं को पहले ऑपरेशन के लिए बेस रेफर किया जा रहा है, लेकिन जब ऑपरेशन के बाद उन्हें खून की जरूरत पड़ रही है तो उनके परिजनों को जिला अस्पताल की दौड़ लगानी पड़ रही है।
बेस अस्पताल पर बढ़ा लोड
महिला अस्पताल में ऑपरेशन नहीं होने से फैकल्टी की कमी से जूझ रहे बेस अस्पताल पर भार ज्यादा बढ़ गया है। अस्पताल के मुताबिक इससे पहले माह में 50 से 60 प्रसव होते थे, वहीं अब यह आंकड़ा 100 से 120 तक पहुंच रहा है। बता दें कि पहले से ही मेडिकल कॉलेज में स्त्री रोग विशेषज्ञों की कमी है। यहां सात के मुकाबले सिर्फ तीन स्त्री रोग विशेषज्ञों की ही तैनाती है।
हवालबाग से आई महिला को करना पड़ा रेफर
हवालबाग निवासी महिला रीमा देवी महिला अस्पताल में प्रसव के लिए आई हुई थीं। उनका कहना है कि अस्पताल में डॉक्टर होने के बावजूद यहां ऑपरेशन नहीं हो रहे हैं। रीमा ने कहा कि डॉक्टर ऑपरेशन थियेटर में जीर्णोद्धार कार्य चलने से ऑपरेशन नहीं होने की बात कर रहे हैं। लिहाजा उन्हें बेस अस्पताल जाना पड़ा।
कोट
ओटी के जीर्णोद्धार कार्य के चलते ऑपरेशन नहीं किए जा रहे हैं। जीर्णोद्धार कार्य पूरा होने पर ही ऑपरेशन शुरू होंगे। इमरजेंसी में सिजेरियन प्रसव के लिए जिला अस्पताल में भी व्यवस्था की गई है। हालांकि ऐसी नौबत अभी तक नहीं आई है।
- डॉ. एचसी गड़कोटी, पीएमएस जिला अस्पताल अल्मोड़ा।
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