बालिकाओं को आत्मरक्षा के लिए कराटे का प्रशिक्षण
विपरीत परिस्थतियों का डटकर मुकाबला करने के उद्देश्य से ग्रामीण क्षेत्रों की बालिकाएं भी अब आत्मरक्षा में निपुण बन रहीं...
विपरीत परिस्थतियों का डटकर मुकाबला करने के उद्देश्य से ग्रामीण क्षेत्रों की बालिकाएं भी अब आत्मरक्षा में निपुण बन रहीं हैं। समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत राजकीय कन्या जूनियर हाईस्कूल जैनोली में आत्मरक्षा विकास कार्यक्रम के तहत बालिकाओं को कराटे का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
प्रशिक्षण शिविर में ग्रामीण बालिकाएं उत्साह के साथ बढ़-चढ़कर भागीदारी कर रहीं हैं। एशियन पदक विजेता खिलाड़ी प्रज्ञा जोशी बालिकाओं को आत्मरक्षा की गहन तकनीकों का प्रशिक्षण दे रहीं हैं। पंच, किक, ब्लॉक, स्ट्रेचिंग, काता सहित आत्मरक्षा में बचाव की विभिन्न एडवांस तकनीकों से छात्राओं को रूबरू कराते हुए गहन अध्ययन भी कराया जा रहा है। प्रतिदिन एक घंटे से अधिक समय तक बालिकाएं कराटे की तकनीकों के अभ्यास में खूब पसीना भी बहा रहीं हैं। विद्यालय की प्रधानाचार्या गीता जोशी भी बालिकाओं का उत्साहवर्धन कर रही हैं। कोच प्रज्ञा जोशी ने कहा कि आत्मरक्षा में निपुण होने के लिए ग्रामीण बालिकाएं अत्यधिक रूचि दिखा रहीं हैं, उनका उत्साह देखने लायक है। 60 बालिकाएं पूरे मनोवेग से प्रशिक्षण लेते हुए कराटे की बारीकियां सीख रहीं हैं|