पूर्व सीएम हरीश रावत ने देघाट बाजार में रखा मौन व्रत
सोमवार को देघाट पहुंचे पूर्व सीएम रावत ने बाजार में दिया धरना पूर्व सीएम हरीश रावत ने बाजार में रखा मौन पूर्व सीएम हरीश रावत ने बाजार में रखा मौन
अल्मोड़ा, कार्यालय संवाददाता। कांग्रेस का महिला उत्पीड़न के खिलाफ प्रदेश भर में मौन उपवास का असर देघाट में दिखा। सोमवार को यहां शहीद दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व सीएम हरीश रावत ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद कुंजवाल, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा सहित अन्य के साथ धरने पर बैठकर आक्रोश जताया। भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए बेटी पढ़ाओ बेटी बढ़ाओ के नारे को महज चुनावी नारा करार दिया। एक घंटा मौन उपवास के बाद पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि आज उत्तराखंड के किसी भी जिले या ब्लॉक में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। कोई जिला ऐसा नहीं है जहां से महिलाओं के साथ दुष्कर्म, छेड़छाड़, हत्या, मारपीट की खबरें नहीं आती हों। हालात ऐसे हैं कि महिलाओं को घर से बाहर निकलने के लिए किसी के साथ की जरूरत होने लगी है। खासकर कामकाजी महिलाओं के भीतर इतना डर पैदा हो गया है कि वह अपने कार्य क्षेत्र में खुलकर काम नहीं कर पा रही हैं। राजधानी देहरादून में जो घटना हुई उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि पर्वतीय राज्यों के हालात क्या होंगे। उन्होंने भाजपा सरकार को महिलाओं की सुरक्षा में नाकाम बताया। साथ ही चुनावी जुमलों को दोहराने के बजाए अपराधियों को संरक्षण देना बंद करने की नसीहत दी। कहा जिस राज्य में महिलाएं सुरक्षित नहीं होंगी, उस राज्य की उन्नति की कामना करना बेमानी होगी।
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