एक सप्ताह बाद भी पिंजरे में कैद नही हो सका गुलदार
पेटशाल के डूंगरी गांव में आतंक का पर्याय बन चुका गुलदार एक सप्ताह बाद भी पिंजरे में कैद नहीं हो सका। विभाग की ओर से लगाए गए कैमरे में भी गुलदार की हलचल कैद नहीं होने से विभाग की मुश्किलें बढ़ गई...
पेटशाल के डूंगरी गांव में आतंक का पर्याय बन चुका गुलदार एक सप्ताह बाद भी पिंजरे में कैद नहीं हो सका। विभाग की ओर से लगाए गए कैमरे में भी गुलदार की हलचल कैद नहीं होने से विभाग की मुश्किलें बढ़ गई हैं। साथ ही लोगों में भी गुलदार का भय बढ़ता जा रहा है। उल्लेखनीय है कि बीते मंगलवार की रात पेटशाल से सब्जी लेकर घर को जा रहे डूंगरी गांव निवासी बुजुर्ग रमेश राम (62) पर हमला कर उसे अपना निवाला बना लिया था। लेकिन एक सप्ताह बीते जाने के बाद भी गुलदार पकड़ में नहीं आ सका। वहीं बीते सोमवार को डूंगरी गांव गुलदार सुबह ही एक घर में जा घुसा। इस कारण क्षेत्र के लोगों में गुलदार के प्रति दशहत बढ़ते जा रही है। लोगों ने जल्द गुलदार को आदमखोर घोषित कर मारने की मांग की है। गुलदार के भय से ग्रामीण इन दिनों शाम होते ही घर से बाहर निकलने से डर रहे हैं। वहीं कामकाजी महिलाएं भी एक साथ काम को जा रही हैं। विभाग से मिली जानकारी अनुसार गुलदार को नरभक्षी घोषित करने के लिए अभी तक वन्य प्रतिपालक की ओर से काई उत्तर नहीं मिल पाया है। मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक की ओर से स्वीकृति मिलने के बाद ही गुलदार को नरभक्षी घोषित किया जायेगा।