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कैमरा ट्रेप में गुलदार की गतिविधि नहीं दिखने से वन विभाग की मुश्किल बढ़ी

भैसियाछाना ब्लाक के पेटशाल में बीते आठ अक्तूबर मंगलवार की रात डूंगरी गांव लौट रहे एक बुजुर्ग पर गुलदार ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया था। बुजुर्ग की मौत के 11 दिन बाद भी वन विभाग की टीम गुलदार को...

कैमरा ट्रेप में गुलदार की गतिविधि नहीं दिखने से वन विभाग की मुश्किल बढ़ी
हिन्दुस्तान टीम,अल्मोड़ाSat, 19 Oct 2019 03:11 PM
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भैसियाछाना ब्लाक के पेटशाल में बीते आठ अक्तूबर मंगलवार की रात डूंगरी गांव लौट रहे एक बुजुर्ग पर गुलदार ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया था। बुजुर्ग की मौत के 11 दिन बाद भी वन विभाग की टीम गुलदार को पकड़ नहीं पाई है। ना ही कैमरा ट्रेप में ही गुलदार की गतिविधियां देखी जा सकी हैं। इस कारण लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है।गौरतलब है कि बीते आठ अक्तूबर की रात डूंगरी (उडलगांव) निवासी रमेश राम (62) पुत्र दुलप राम पेटशाल से सब्जी लेकर अपने गांव डूंगरी लौट रहे थे। तभी रात करीब 7बजे पेटशाल के पास उन पर गुलदार ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया। तब गुस्साए ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों को ज्ञापन भेजकर गुलदार को नरभक्षी घोषित करने की मांग की थी। तब विभाग की ओर से गांव में गुलदार पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया गया। कई दिनों तक पिंजरा लगाने के बाद भी गुलदार पकड़ में नहीं आ सका। बाद में लोगों के आक्रोश को देखते हुए वन विभाग ने जंगल में दो कैमरा ट्रेप लगा दिये। लेकिन अब तक कैमरा ट्रेप में भी गुलदार की गतिविधि नहीं दिखाई दे रही है। इस कारण वन विभाग को गुलदार पकड़ने में कामयाबी नहीं मिल रही है। वन विभाग ने चुनाव ड्यूटी से लौटने के बाद चार कर्मचारियों को नियमित गश्त पर लगाया गया है। इधर लोगों में गुलदार को नरभक्षी घोषित नहीं करने पर आक्रोश बना हुआ है। लोगों का कहना है कि क्षेत्र में लंबे समय से गुलदार का आतंक बना हुआ है। इस कारण उन्हें काफी दिक्कत हो रही है।

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