क्षेत्र में लावारिस पशुओं की समस्या से निजात की मांग जोर पकड़ने लगी है। इस मामले में पंचायत प्रतिनिधि मुखर हो उठे हैं। ब्लॉक प्रमुख हीरा रावत के नेतृत्व में तहसील मुख्यालय पहुंचे पंचायत पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि ताड़ीखेत व भिकियासैंण क्षेत्र में बड़ी संख्या में लावारिस पशु खड़ी फसलों को चौपट कर कास्तकारों की मेहनत पर पानी फेर रहे हैं। लावारिस पशुओं के कारण गांवों के ग्रामीणों में आपसी टकराव की भी स्थिति पैदा हो रही है। जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजकर पशुओं को प्रशासनिक देखरेख में गोसदन भेजने की मांग उठाई। लावारिस पशुओं से हो रही समस्या को लेकर गुरुवार को पंचायत प्रतिनिधि ब्लॉक प्रमुख हीरा रावत के नेतृत्व में तहसील मुख्यालय पहुंचे तथा एसडीएम अभय प्रताप सिंह के माध्यम से डीएम को ज्ञापन भेजा गया। ज्ञापन में कहा गया कि ताड़ीखेत व भिकियासैंण क्षेत्र के लगभग सभी गांवों में लावारिस पशुओं की समस्या से लोग परेशान हो चले हैं। बड़ी संख्या में मौजूद लावारिस पशु एक ही रात में खेतों में खड़ी फसलों को चट कर जाते हैं, जिससे किसानों की मेहनत पर पानी फिरने से उनमें काफी आक्रोश व्याप्त है। ग्राम प्रधानों, बीडीसी सदस्य, जिला पंचायत सदस्यों को लगातार लावारिस पशुओं से नुकसान की शिकायतें मिल रहीं हैं। ग्रामीणों द्वारा अपने स्तर से पशुओं को इधर-उधर छोड़ने का प्रयास करने की स्थिति में एक-दूसरे गांवों के ग्रामीणों में टकराव की स्थिति पैदा हो रही है। पंचायत प्रतिनिधियों ने गांवों में उत्पात मचा रहे लावारिस पशुओं को प्रशासनिक देखरेख में नजदीकी गोसदन भेजे जाने की मांग उठाई। ज्ञापन भेजने वालों में प्रमुख हीरा रावत सहित गोपाल देव, महेश आर्या, भुवन फर्त्याल, प्रेम अधिकारी, चंदन बिष्ट, देवेंद्र रौतेला, राजेंद्र बिष्ट, लाखन सिंह, प्रयाग राम, जयमल सिंह, पूरन चंद्र, हेमंत बिष्ट, कुलदीप कुमार, संदीप बंसल आदि शामिल हैं।
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