उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने ऐतिहासिक मल्ला महल में जिला प्रशासन पर मुख्यमंत्री की शह के चलते अधिकारों का दुरुपयोग करने और उनके आंदोलन को कमजोर करने का आरोप लगाया है। कहा कि मामले में प्रदेश के सीएम त्रिवेंद्र रावत की चुप्पी और जांच में टालमटोल करना संदेह के घेरे में है। पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने कहा कि डीएम और मल्ला महल को लेकर चल रहे पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच और जांच से पहले इसमें शामिल अधिकारियों को जिले से हटाना आवश्यक है। कहा कि मामले को लेकर अल्मोड़ा की जनता ओर तमाम संगठनों, प्रबुद्धजनों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को नवंबर ज्ञापन सौंपा था लेकिन इसमें अब तक कार्रवाई नही हो पाई है। कहा कि आज जिस तरह से अल्मोड़ा की जनता, जन प्रतिनिधियों को अंधेरे में रख कर करोड़ों रुपए की बर्बादी हो रही है। उससे जनता भी भारी रोष में है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सांस्कृतिक नगर की इस धरोहर को लेकर राष्ट्रीय पार्टियों के नेताओं और अल्मोड़ा के पूर्व विधायकों की चुप्पी साबित करती है कि गलत के खिलाफ आवाज उठाने का साहस नहीं है।
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