योगी सरकार के त्रिनेत्र सर्विलांस ने खोला प्रगति यादव का दुल्हन से फटाफट विधवा बनने का खूनी खेल
- औरैया के दिलीप यादव हत्याकांड में यूपी पुलिस के त्रिनेत्र सर्विलांस सिस्टम ने दिलीप की पत्नी प्रगति यादव के खूनी खेल को पकड़ लिया। त्रिनेत्र ने पहले खूनी को पकड़ा जो एक हिस्ट्रीशीटर है और फिर 15 दिन में दुल्हन से विधवा बनने का भंडाफोड़ हो गया।

मेरठ की मुस्कान के बाद अब औरैया की पतिहंता प्रगति यादव खबरों में है। 5 मार्च को शादी के महज 14वें दिन प्रगति ने अपने पति दिलीप यादव की हत्या करवा दी। अपनी बड़ी बहन के देवर दिलीप यादव के साथ प्लानिंग के तहत प्यार का नाटक कर रही प्रगति का अपने ही गांव के एक लड़के अनुराग के साथ दिल का मामला चल रहा था। हालांकि कुछ लोगों का यह भी कहना है कि प्रगति दिलीप से शादी नहीं करना चाहती थी और रिश्ता तय होने से गुस्सा थी। लेकिन शादी करने के बाद दिलीप को मरवाने और अनुराग के साथ जिंदगी बिताने की प्रगति यादव की साजिश को योगी सरकार के द्वारा पूरे राज्य में लगवाए गए त्रिनेत्र सर्विलांस सिस्टम ने पकड़ लिया।
प्रगति यादव ने जिस शूटर रामजी नागर को अपने जेवर और शादी के बाद मुंह दिखाई में मिले पैसे जोड़कर मर्डर के लिए एक लाख रुपए एडवांस दिए थे, वो हिस्ट्रीशीटर था जिसका फोटो पुलिस के त्रिनेत्र सिस्टम में था। बस इसी त्रिनेत्र सिस्टम ने पहले रामजी नागर को पकड़ा जो दिलीप यादव को बाइक पर बिठाकर ले गया था। दिलीप का क्रेन और हाइड्रा का बिजनेस है। नागर ने क्रेन सर्विस के नाम पर उससे बात की और लोकेशन दिखाने के बहाने बाइक पर बिठाकर ले गया और गोली मार दी। नागर दिलीप को मरा समझकर भाग गया लेकिन राहगीरों ने दिलीप को देखा तो इलाज के लिए ले गए। इलाज के दौरान तीन दिन बाद दिलीप की मौत हो गई थी।
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दिलीप की मौत तक परिवार को शक ही नहीं हुआ कि प्रगति ही इस खून की मास्टरमाइंड है। वो तो दिलीप के इलाज के दौरान ग्वालियर के अस्पताल तक गई थी। मौत के बाद पुलिस ने केस को गंभीरता से लिया और त्रिनेत्र सर्विलांस से जुड़े उस इलाके की सारी सीसीटीवी खंगाल डाली। उसी दौरान क्रिमिनल डेटाबेस में दर्ज रामजी नागर को कैमरे ने पकड़ा। साथ में दिलीप यादव भी दिखा तो पुलिस ने नागर को उठाया। उसके बाद तो नागर ने तोता की तरह सारा सच उगल दिया।