योगी सरकार ने शिक्षा मित्रों और अनुदेशकों को दी खुशखबरी, दिवाली से पहले मिल जाएगा मानदेय
संक्षेप: शिक्षा मित्रों को सितम्बर महीने का मानदेय दिवाली से पहले मिल जाएगा। राज्य परियोजना निदेशक मोनिका रानी ने प्रदेश के सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों के लिए आदेश जारी करते हुए बताया है कि इसके लिए धनराशि अवमुक्त कर दी गई है। अनुदेशकों के मानदेय के लिए भी आदेश जारी हुआ है।

Shiksha Mitra-Anideshak Honorarium before Diwali: यूपी के करीब 148000 शिक्षामित्रों और करीब 23 हजार अनुदेशकों को योगी सरकार ने खुशखबरी दी है। उन्हें मानदेय दिवाली से पहले ही मिल जाएगा। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इसका आदेश जारी हो गया है। शिक्षा मित्रों के लिए प्रदेश के सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को जारी आदेश में बताया गया है कि 12933.20 (129 करोड़, 33 लाख और 20 हजार रुपए) की धनराशि जारी की जा चुकी है।
आदेश में कहा गया है कि यह धनराशि राज्य परियोजना कार्यालय स्तर पर उपलब्ध शिक्षामित्रों की संख्या के आधार पर कुल आगणित धनराशि है लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी, सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी सितम्बर महीने के मानदेय का भुगतान करते समय यह सुनिश्चित करेंगे कि केवल उन शिक्षामित्रों का मानदेय भुगतान किया जाए जिन्हें समग्र शिक्षा के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 में मानदेय का भुगतान किया गया हो। भुगतान सीधे शिक्षामित्रों के खाते में पीएफएमएस प्रणाली के जरिए किया जाएगा। राज्य परियोजना निदेशक मोनिका रानी के हस्ताक्षर से यह आदेश जारी हुआ है। प्रदेश में करीब 148000 शिक्षा मित्र और 23 हजार अनुदेशक हैं। अनुदेशकों के मानदेय भुगतान का भी आदेश जारी हुआ है।
शिक्षक दिवस पर सीएम ने शिक्षकों को दी थीं कई सौगातें
बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने शिक्षक दिवस पर उत्तर प्रदेश के शिक्षकों को कई सौगातों का ऐलान किया था। इस दिन उन्होंने प्रदेश के नौ लाख शिक्षकों के लिए कैशलेस इलाज की सुविधा की भी घोषणा की थी। सीएम ने कहा था कि शिक्षामित्र, अनुदेशक और रसोइयों को भी कैशलेस इलाज की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। मुख्यमंत्री के इस ऐलान से नौ लाख परिवार सीधे लाभान्वित होंगे।
मुख्यमंत्री की इस घोषणा की परिधि में शासकीय, अशासकीय बेसिक, माध्यमिक, वित्त विहीन विद्यालयों एवं उच्च शिक्षण संस्थानों के शिक्षक आएंगे। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अब किसी भी बीमारी या आपातकालीन स्थिति में शिक्षकों और उनके परिजनों को आर्थिक संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने इसे शिक्षकों के योगदान के प्रति सरकार की कृतज्ञता का प्रतीक बताया था।





