पत्नी ने मुंह दबाया, भतीजे ने कसा गला; चाचा राख हो गए तब भतीजी ने खोला रात का राज
बुलंदशहर में सोमवार की रात 28 साल के युवक की मौत के मामले में गुरुवार को सनसनीखेज खुलासा हो गया। परिवार के लोग स्वाभाविक मौत मानते हुए युवक का अंतिम संस्कार भी कर चुके थे। चाचा के राख होने के बाद भतीजी ने आधी रात का सच परिजनों को बताया तो सभी के पैरों तले जमीन खिसक गई है।

यूपी के बुलंदशहर में दो दिन पहले हुई 28 वर्षीय ओमपाल की मौत को परिजनों ने स्वाभाविक मानते हुए अंतिम संस्कार कर दिया था। अब उसमें बड़ा खुलासा हुआ है। चाचा के राख होने के बाद भतीजी ने उस रात का राज खोला है। ओमपाल की बेरहमी से हत्या की गई थी। ओमपाल की पत्नी और भतीजे ने मिलकर पहले गला दबाया फिर चुनरी से गले को कसकर मौत के घाट उतारा था। बगल में सोई भतीजी सबकुछ देख रही थी लेकिन डर के मारे दो दिनों तक गुमशुम रही। अपने हाथों से चाचा की हत्या के रोने का नाटक कर रही चाची को देखकर भतीजी का खून खौल उठा। उसने परिवार को बताया कि चाची ने ही अपने प्रेमी के साथ मिलकर चाचा की गला दबाकर हत्या की है। किशोरी की बातें सुनकर परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई।
चाची का प्रेमी भी कोई और नहीं ओमपाल का ही भतीजा निकला। चाची-भतीजे ने अवैध संबंधों में रोड़ा बन रहे ओमपाल की हत्या की थी। घटना बीबीनगर थाना क्षेत्र के गांव परतापुर में सोमवार रात हुई। किशोरी के खुलासे बाद ओमपाल के भाई ने पुलिस को इसकी जानकारी दी। भतीजे और ओमपाल की पत्नी के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार भी कर लिया है।
बीबीनगर थाना प्रभारी राहुल चौधरी ने बताया कि परतापुर निवासी रविकरन सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि उसका छोटा भाई ओमपाल गांव में ही मजदूरी करता था। रविकरन की बेटी ओमपाल के घर सोने चली जाती थी। सोमवार की रात भी उनकी बेटी ओमपाल के यहां सोने गई थी। इसी दौरान आधी रात चाचा-चाची के कमरे में बड़े भाई का बेटा यानी उसका ही चचेरा भाई अभय पहुंचा। चाची और अभय ने मिलकर ओमपाल का हाथ पकड़ा और पहले हाथ से गला दबाया फिर चुनरी से गला कस दिया। चाचा कुछ देर तक तड़पते रहे, खुद को बचाने की कोशिश की उसके बाद हमेशा के लिए शांत हो गए। इस दौरान डरी सहमी भतीजी चुपचाप सोने का नाटक करती रही।
मंगलवार सुबह परिजनों ने ओमपाल की मौत को स्वभाविक मानते हुए अंतिम संस्कार कर दिया। चाचा की हत्या को अपनी आंखों से देखने वाली भतीजी दो दिनों तक गुमसुम रही। इस दौरान चाची को रोते देखा तो उसका खून खौल उठा। उसने पूरी हत्याकांड की कहानी परिजनों को बता दी। थाना प्रभारी राहुल चौधरी ने बताया कि रविकरन ने अपने बड़े भाई के बेटे अभय और ओमपाल की पत्नी प्रीति को नामजद करते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई है। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। हत्या में इस्तेमाल चुन्नी भी बरामद कर ली गई है।
दो बेटियां हो गईं अनाथ
परतापुर निवासी मृतक ओमपाल दो पुत्रियों का पिता था। बड़ी बेटी रितिका चार साल की है, जबकि छोटी बेटी आयुषी महज ढाई साल की है। अभी दोनों बेटियां अपनी ताई के पास हैं। पिता की मौत व मां के जेल जाने से बच्चियों की परवरिश की भी परिजनों के सामने समस्या खड़ी हो गई है।




