20 साल बाद BSP नेता रफतउल्लाह 4 करोड़ की जमीन कब्जामुक्त, की योगी सरकार की तारीफ
बसपा नेता को जमीन का कब्जा सौंप दिया गया। इस मामले की शुरुआत बसपा नेता की शिकायत से हुई थी। उन्होंने थाना नखासा क्षेत्र के मोहल्ला दीपा सराय निवासी जुबैर और उनके भाइयों शुऐब, हिलाल, सऊद, नवाब पुत्र गुफरान और दो भतीजों पर जमीन पर अवैध कब्जे का आरोप लगाया था।

उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन ने शनिवार को करोड़ों की जमीन कब्जा मुक्त कराई। इसका लाभ विगत 20 वर्षों से अपने हक की लड़ाई लड़ रहे बसपा नेता रफतउल्लाह उर्फ़ नेता छिद्दा को मिला। शासन में शिकायत के बाद प्रशासन ने उन्हें 1500 मीटर जमीन पर कब्जा दिलाया। जमीन की अनुमानित कीमत लगभग चार करोड़ रुपये आंकी है। जमीन कब्जा मुक्त होन के बाद बसपा नेता ने योगी सरकार की तारीफ की। उन्होंने कहा कि शक्ति वाले शासन में न्याय मिलता है।
कोतवाली क्षेत्र के आदमपुर रोड स्थित बदायूं दरवाजा में कोल्ड स्टोरेज की भूमि पर प्रशासनिक टीम ने पैमाइश और कब्जा हस्तांतरण की कार्रवाई की। नायब तहसीलदार अरविंद कुमार, लेखपाल मुकेश कुमार और ज्ञानेश कुमार ने पुलिस बल के साथ जमीन की जांच की। दोनों पक्षों के बीच बातचीत के बाद बसपा नेता को जमीन का कब्जा सौंप दिया गया। मामले की शुरुआत बसपा नेता की शिकायत से हुई थी। उन्होंने थाना नखासा क्षेत्र के मोहल्ला दीपा सराय निवासी जुबैर और उनके भाइयों शुऐब, हिलाल, सऊद, नवाब पुत्र गुफरान व दो भतीजों पर जमीन पर अवैध कब्जे का आरोप लगाया था।
शिकायत के बाद पुलिस उपसचिव सत्येंद्र प्रताप सिंह ने मामले की जांच के बाद इसे संभल के डीएम और एसपी को भेजा, जिसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई की। रफतउल्लाह उर्फ़ नेता छिद्दा बसपा के वरिष्ठ नेता हैं। वह संभल विधानसभा से तीन बार, असमोली से एक बार और मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा से उपचुनाव लड़ चुके हैं, हालांकि उन्हें चुनाव में सफलता नहीं मिली। बसपा नेता रफतउल्लाह ने शासन और प्रशासन की तारीफ करते हुए कहा कि शक्ति वाले शासन में न्याय मिलता है। इस कार्रवाई ने एक पुरानी समस्या का समाधान किया और समुदाय के लिए भी एक सकारात्मक संदेश दिया। जुबैर समेत अन्य लोग संभल में हुए 1978 के दंगे के आरोपी हैं।
क्या बोली पुलिस
संभल के एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि पुलिस प्रशासन ने जमीन कब्जा मुक्त कराकर भूमि स्वामी को सौंप दी है। वह कई सालों से हक की लड़ाई लड़ रहे थे। जमीनों पर कब्जा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।




