ब्लैक स्पाट चिह्नित कर कैमरे से कवर करेंगे
शहर में स्मार्ट सिटी के तहत कैमरों का जाल बिछाया गया है, लेकिन अब भी कई स्थल हैं, जो कैमरे की निगाह में नहीं हैं। हाल के दिनों में कई ऐसी छिनैती व...
वाराणसी। कार्यालय संवाददाता
शहर में स्मार्ट सिटी के तहत कैमरों का जाल बिछाया गया है, लेकिन अब भी कई स्थल हैं, जो कैमरे की निगाह में नहीं हैं। हाल के दिनों में कई ऐसी छिनैती व टप्पेबाजी की घटनाएं हुईं, जो कैमरे की जद में नहीं थीं। इस कारण अब तक आरोपित पकड़े नहीं जा सके, ना ही पीड़ित को राहत मिल सकी। पुलिस के लिए भी केस उलझाऊ बना हुआ है। सीसीटीवी कैमरे पर निर्भर पुलिस के लिए यह झोल साबित हो रहा है। ऐसे में शहर के इन ब्लैक स्पॉट को चिह्नित किया जाएगा। इसे भी कैमरे की जद में लाया जाएगा।
सिटी कमांड कंट्रोल सेंटर के जरिये पूरे शहर में निगरानी की व्यवस्था है। वहां पर स्मार्ट सिटी के अलावा यातयात विभाग की टीम अलग से लगाई गई है, जो कैमरों के जरिये न केवल यातायात व्यवस्था को सुचारु करने के लिए काम कर रही है, बल्कि अपराध और चोरी के वाहनों को ट्रेस करने का काम भी कर रही है। अपराध की दशा में कमिश्नरेट पुलिस सिटी कमांड कंट्रोल सेंटर में जाती है और संबंधित लोकेशन पर लगे कैमरे से आरोपितों की पहचान करती है। वर्तमान में कई जगह कैमरे की जद में न आने से पुलिस परेशान है। पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने बताया कि कैमरों से निगहबानी व इसकी व्यवस्था के लिए एडीसीपी ट्रैफिक नोडल अधिकारी हैं। स्मार्ट सिटी के तहत कैमरे का काम अभी पूरा नहीं हुआ है। काम पूरा होने के बाद ब्लैक स्पॉट भी कवर होंगे।
शहर में कई ऐसी घटनाएं हुईं, जो कैमरे की जद में नहीं रहे
शहर में इन दिनों कई ऐसी घटनाएं हुईं जो कैमरे की जद में नहीं थीं। भेलूपुर में रवींद्रपुरी मार्ग पर चेन स्नैचिंग, बीते दिनों सुंदरपुर की कॉलोनी में चेन स्नैचिंग के घटना स्थल कैमरे की जद में नहीं थे। महमूरगंज ओवरब्रिज के पास दो लोगों से क्राइम ब्रांच का जवान बताकर गहनों की ठगी कर ली गई। अब तक इनकी पहचान नहीं हो सकी। अब मकबूल आलम रोड पर सोनभद्र निवासी व्यक्ति के कार से साल लाख की उचक्कागीरी में भी पुलिस संदिग्धों की पहचान नहीं कर सकी। घटनास्थल कैमरे की जद में नहीं था।
प्रमुख संपर्क मार्ग पर निगरानी को लगेंगे अतिरिक्त कैमरे
स्मार्ट सिटी के तहत प्रमुख मार्गों ही नहीं, मुख्य संपर्क मार्गों पर कैमरे लगाये जाएंगे। पूरे शहर को कैमरे की जद में लाकर मॉनीटरिंग करने की योजना है। शुरू में सभी प्रमुख मार्ग, इसके बाद सभी प्रमुख संपर्क मार्ग व गलियों को इसमें शामिल किया जाएगा।