मौसम बदला मगर ट्रेनों की चाल अब भी सुस्त
मौसम बदल गया लेकिन अभी ट्रेनों की चाल सुस्त है। कैंट और मंडुवाडीह स्टेशनों से गुजरने वाली तथा इन स्टेशनों से संचालित दर्जनों ट्रेनें अब भी घंटों देर से चल रही हैं। अब सुबह और रात में कोहरा भी नहीं...
मौसम बदल गया लेकिन अभी ट्रेनों की चाल सुस्त है। कैंट और मंडुवाडीह स्टेशनों से गुजरने वाली तथा इन स्टेशनों से संचालित दर्जनों ट्रेनें अब भी घंटों देर से चल रही हैं। अब सुबह और रात में कोहरा भी नहीं है। बावजूद इसके ट्रेनों की लेटलतीफी में कोई सुधार नहीं है।
मंडुवाडीह से नई दिल्ली के लिए चलने वाली शिवगंगा सुपरफास्ट एक्सप्रेस भी रोज दो से तीन घंटे की देर से वाराणसी पहुंच रही है। मंगलवार को यह ट्रेन दो घंटे लेट पहुंची। मंडुवाडीह से चलने वाली बापूधाम एक्सप्रेस सात से आठ घंटे की देरी से चल रही है। इसी तरह दिल्ली से आने वाली स्वतंत्रता सेनानी और कोटा-पटना एक्सप्रेस भी घंटों लेट चल रही हैं। कैंट स्टेशन पर मंगलवार को जयनगर से स्वतंत्रता सेनानी करीब पांच घंटे तो दिल्ली से यह ट्रेन सात घंटे देरी से आई। मुजफ्फरपुर से मंडुवाडीह आने वाली बापूधाम एक्सप्रेस 7.30 घंटे लेट पहुंची। इसी तरह गुवाहाटी-ओखा द्वारिका एक्सप्रेस 4.35 घंटे, कोटा-पटना सात घंटे और पटना-कोटा एक्सप्रेस करीब चार घंटे लेट रहीं। इनके अलावा डेढ़ दर्जन ऐसी ट्रेनें रहीं जो दो से तीन घंटे की देरी से आईं।
कोट-
मैदानी इलाकों में मौसम सुधरा है लेकिन पहाड़ी इलाकों में नहीं। पहाड़ी इलाकों से सटे शहरों में अभी धुंध और कोहरा है। इस कारण ट्रेनें विलंबित हैं।
- विक्रम सिंह, जनसंपर्क अधिकारी, लखनऊ मंडल, उत्तर रेलवे