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मऊ में खतरा बिन्दु से 35 सेमी ऊपर बह रहा घाघरा का जलस्तर 

घाघरा का जलस्तर 48 घण्टे से स्थिर होने के बाद बुधवार की सुबह से बढ़ना शुरू हो गया है। नदी का जलस्तर मंगलवार की शाम चार बजे 70.12 मीटर था, वहीं बुधवार को बढ़कर शाम चार बजे 70.25 मीटर हो गया। घाघरा के...

मऊ में खतरा बिन्दु से 35 सेमी ऊपर बह रहा घाघरा का जलस्तर 
निज संवाददाता,दोहरीघाट (मऊ)Wed, 05 Sep 2018 10:35 PM
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घाघरा का जलस्तर 48 घण्टे से स्थिर होने के बाद बुधवार की सुबह से बढ़ना शुरू हो गया है। नदी का जलस्तर मंगलवार की शाम चार बजे 70.12 मीटर था, वहीं बुधवार को बढ़कर शाम चार बजे 70.25 मीटर हो गया। घाघरा के बढते जलस्तर से एक बार फिर तटवर्ती इलाकों के लोगों में बेचैनी बढ़ गयी है। उधर मुक्तिधाम शमशान घाट के दक्षिणी छोर पर कटान शुरु होने से लोगों में काफी दहशत है। जबकि एक्सीयन वीरेन्द्र पासवान का कहना है कि अबकी बार जलस्तर 70.50 मीटर तक जा सकता है, जिसका कारण पहाड़ों पर हो रही भीषण बारिश को बताया।

घाघरा का जलस्तर बढ़ने से जहां तटवर्ती इलाकों के किसानों की फसलें बाढ़ के पानी में डूब कर बर्बाद हो रही हैं, वहीं बन्धों पर भी नदी का दबाव बढ़ गया है। घाघरा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए बाढ़ खण्ड आजमगढ़ व सिंचाई विभाग दोनों टीमों की लगातार बन्धों पर निगरानी बढ़ गयी तथा सुबह शाम रेगुलेटरों की जांच हो रही है। इधर चिऊटीडाड के दक्षिणी छोर पर कटान शुरू हो गयी है तथा नदी के बैक रोल होने से जमीन कट रही है। इधर औराडाड़, चिऊटीडाड, नवली, सरहरा तक नदी बंन्धो से टकराकर बह रही है। जिससे लोगों के रोगटे खड़े हो जा रहे हैं। वहीं किसानों की फसलें बाढ़ के पानी में डूब कर बर्बाद हो रही है। बेबस किसान अपनी बर्बाद होती फसलों को अपलक निहार रहें है कोई आँसू पोछने वाला भी नहीं है।

किसानों की बर्बादी हर वर्ष होती है, लेकिन अब तक उन्हें न तो कटान से निजात मिली न ही बाढ़ के पानी में डूब कर बर्बाद हो गयी फसलों का मुआवजा ही मिला। ब्रहमचारी बाबा की कुटी चारो तरफ से बाढ़ के पानी में डुब गयी है। मन्दिर के पुजारी  बालक दास ने बताया कि घाघरा का जलस्तर बढ़ने से मेरी कुटिया चारों तरफ से बाढ़ के पानी घिर गयी है। जिससे हम साधु संत बन्धे के ऊपर शरण लिये हुए हैं। 


बहादुरपुर गांव में घुसा बाढ़ का पानी, रास्ता बंद
कोरौली। घाघरा के जलस्तर में निरन्तर हो रही वृद्धि के कारण तटवर्ती गांव बहादुरपुर के ग्रामीण तख्त व मचान पर गुजर बसर करने को विवश हैं। बहादुरपुर गांव में बाढ़ का पानी घुसने से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। घरों में बाढ़ का पानी घुस रहा है। कुछ लोग घर के बाहर मचान लगा कर उस पर शरण लिए हुए हैं, तो कुछ लोग बाढ़ से बचने के लिए अपने अपने मकान के छतों पर बसेरा बनाए हए हैं। 

गांव का मुख्य मार्ग बाढ़ के पानी में डूब चूका है, जिससे आने जाने में ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वही गांव से गोधनी व सरया जाने वाला मार्ग पर भी बाढ़ का पानी चढ़ चुका है। जिससे इन गांवों के ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गांव के मवेशियों का हाल बेहाल है, तो वहीं जरुरि समानो के लिए बाढ़ पीड़ितों को रोज मुसीबतों से दो चार होना पड़ रहा है। चारों तरफ पानी ही पानी हो जाने के कारण पीने के पानी का संकट भी गांव में उत्पन्न हो गया है। गांव में बाढ़ का पानी घुस जाने के बाद भी प्रशासन को सब कुछ सामान्य दिख रहा है। बाढ़ के पानी से घिरे बहादुरपुर गांव में एक भी नाव की व्यवस्था नहीं की गई है। इसके चलते बाढ़ के पानी में घुस कर पैदल या तैर कर अपने जरूरत का सामान लेने के लिए आने जाने के लिए मजबूर हैं।

डीएम ने 400 बाढ़ पीड़ितो को बांटी राहत सामग्री 
मधुबन। तहसील क्षेत्र के धर्मपुर विशुनपुर प्राथमिक विद्यालय पर जिलाधिकरी प्रकाश बिन्दु व पुलिस कप्तान ललित कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से धर्मपुर विशुनपुर के 400 बाढ़ पीड़ितो को राहत सामग्री बाटे। साथ ही बढते जल स्तर से निपटने में मातहतो के द्वारा किसी प्रकार की लापरवाही बरते जाने की शिकायत मिलने पर कार्रवाई करने के लिए चेताया। 

घाघरा के उफान के कारण देवरांचल क्षेत्र के एक दर्जनो पुरवे पानी के जद में है। जिसके चलते बाढ़ पीड़ितो को अपने दैनिक कार्यो को करने के साथ ही खाने पीने के सामानों का अभाव के चलते दुश्वारियां झेलनी पड़ रही है। इतना ही नहीं इनके फसल भी पानी के जद में आ कर खराब हो रहे हैं।

जिलाधिकारी प्रकाश बिन्दु व पुलिस कप्तान ललित कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से मुन्नी लाल ,चांद देव ,किस्माती देवी ,विक्रम ,बसन्ती देवी ,अतिराजी देवी आदि के साथ 400 बाढ़ पीड़ितों को खाने पीने के सामानो का पैकेट देते हुए कुछ हद तक इनके दुश्वारियों को कम करने का कार्य किया है। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी आशुतोष द्विवेदी ,डीएसओ नरेन्द्र कुमार तिवारी ,उपजिलाधिकारी निरंकार सिंह ,बीडीओ सुवेदिता सिंह व देव कुमार चतुर्वेदी ,एसएचओ नीरज पाठक ,डा. राजीव कुमार पाण्डेय सहित विभिन्न विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे। 

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