वाराणसी। वरिष्ठ संवाददाता
वाराणसी से गाजीपुर फोरलेन पर सुगम यातायात के लिए अभी तीन महीने और इंतजार करना होगा। यानी 2021 के मार्च में इसपर वाहन फर्राटा भरने लगेंगे। जबकि फोरलेन का निर्माण सितंबर-2020 में ही पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। 86850 करोड़ की परियोजना के तहत फोरलेन का लगभग 95 फीसदी काम पूरा हो गया है। अधूरी सर्विस रोड तेजी से बन रही है। यह फरवरी में पूरी हो जाएगी। उधर, गाजीपुर से गोरखपुर फोरलेन का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है। दिसंबर-2021 में इसपर भी आवागमन शुरू होने का एनएचआई अधिकारियों ने दावा किया है। लगभग 140 किलोमीटर लंबी फोरलेन का 45 फीसदी काम पूरा हो चुका है।
2017 में शुरू हुई थी परियोजना
वाराणसी-गाजीपुर फोरलेन परियोजना 2017 में शुरू हुई थी। फोरलेन का निर्माण सितंबर-2020 में पूरा होना था, मगर भूमि मिलने में रुकावट के चलते इसमें अड़चनें आयी, जिससे काम प्रभावित रहा।
सात अंडरपास का काम पूरा
वाराणसी से गाजीपुर तक 72 किलोमीटर की फोरलेन तक सात अंडर पास बनाए गए हैं। ये नंदगज, महाराजगंज, मार्कंडेमहादेव तथा सैदपुर में बने हैं।
दो जगह बना आरओबी
सैदपुर तथा नंदगज में दो स्थानों पर आरओबी बनाए गए हैं। इनका भी निर्माण पूरा हो चुका है। सिर्फ रेलवे का कुछ काम बाकी है।
गाजीपुर-गोरखपुर फोरलेन में जमीन बनी रुकावट
गाजीपुर से गोरखपुर तक 140 किलोमीटर तक फोरलेन का निर्माण चल रहा है। इसमें भी जमीन के अधिग्रहण का मामला फंसा था। स्थानीय प्रशासन इस समस्या के समाधान में मदद कर रहा है।
इंफो
86850 करोड़ से बनी वाराणसी से गाजीपुर फोरलेन
72 किलोमीटर बनी सड़क पर सफर होगा आसन
95 फीसदी फोरलेन का निर्माण कार्य हो चुका है पूरा
कोट
मार्च में वाराणसी से गाजीपुर फोरलेन पर आवागमन शुरू हो जाएगा। जमीन और लॉकडाउन को लेकर काम प्रभावित हुए थे। अब कोई अड़चन नहीं है। निर्माण कार्य चल रहा है।
एसीबी सिंह, परियोजना प्रबंधक, एनएचआई