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वाराणसी: मरीज की मौत पर जिला अस्पताल में तोड़फोड़, नर्सों ने खुद को बाथरूम में बंदकर बचाया

वाराणसी में पाण्डेयपुर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय जिला चिकित्सालय के दूसरे तल पर बने मेडिकल वार्ड में मंगलवार रात उस समय अफरातफरी मच गई जब नर्सिंग स्टेशन पर पहुंचे युवकों ने तोड़फोड़ शुरू कर दी।...

वाराणसी: मरीज की मौत पर जिला अस्पताल में तोड़फोड़, नर्सों ने खुद को बाथरूम में बंदकर बचाया
वाराणसी हिन्दुस्तान संवादTue, 15 Oct 2019 11:42 PM
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वाराणसी में पाण्डेयपुर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय जिला चिकित्सालय के दूसरे तल पर बने मेडिकल वार्ड में मंगलवार रात उस समय अफरातफरी मच गई जब नर्सिंग स्टेशन पर पहुंचे युवकों ने तोड़फोड़ शुरू कर दी। महिला मरीज की मौत से गुस्साए युवकों की हरकत देख घबराहट में वहां बैठी दो नर्सिंग ऑफिसर ने भाग कर खुद को बाथरूम में बंद कर लिया। आपाधापी में एक को पांव और हाथ में चोट आई है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने तीन युवकों को हिरासत में ले लिया था, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया। शव को बिना पोस्टमार्टम कराए परिजन घर ले गए।

चौबेपुर निवासी बबिता (50) वर्ष को मंगलवार सुबह जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दोपहर में जांच के बाद चिकित्सकों ने उन्हें रेफर कर दिया था। इसके बाद बेटे ने लिखित देकर इलाज जारी रखने को कहा था। बबिता को वर्ष 2012 से कैंसर था। रात सवा आठ बजे कर्मचारियों के सिफ्ट चेंज हुए। इसी दौरान महिला ने दम तोड़ दिया। यह देख बबिता का पुत्र आपा खो बैठा और नर्सिंग स्टेशन पर दोस्तों के साथ हमला बोल दिया। तोड़फोड़ होता देख आसपास के वार्ड में भर्ती 50 से अधिक मरीज और परिजन दहशत में आ गए। नर्सिंग ऑफिसर हेमलता सिंह और कीर्ति सिंह ने बाथरूम में भागकर जान बचाई। इस दौरान हेमलता के पैर और हाथ में कांच धंसने से हल्की चोट आई है। 

जिला अस्पताल में हंगामें की सूचना मिलते ही सीओ कैंट डॉ. अनिल कुमार मर्य फोर्स वहां पहुंचे और युवकों को हिरासत में लेकर थाने भेजवाया। इसकी सूचना पर एसपी सिटी दिनेश सिंह भी मौके पर पहुंचे। बाद में परिजनों के समझाने और माफी मांगने पर पुलिस ने युवकों को थाने से छोड़ दिया। वहीं परिजन शव को पोस्टमार्टम कराए बिना ही घर ले गए। जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. वी शुक्ला ने बताया कि तहरीर देकर सुरक्षा की गुहार लगाई गई है। वहीं अस्पताल के कर्मचारियों ने बिना सुरक्षा-व्यवस्था के काम करने से मना कर दिया है। देर रात तक पुलिस अस्पताल में मौजूद रही। सीओ कैंट ने बताया कि बबिता के पति की पूर्व में मौत हो चुकी है। बड़ा बेटा प्राइवेट नौकरी करता है वहीं छोटा बेटा अभी पढ़ाई कर रहा है। उसे चेतावनी देकर छोड़ा गया है। 

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