वाराणसी रेलवे स्टेशन: सालाना 2.5 करोड़ खर्च, फिर भी सफाई में पीछे
सालाना ढाई करोड़ रुपये खर्च होने के बाद भी कैंट स्टेशन की सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं है। एक एजेंसी के सर्वे में कैंट स्टेशन का नाम नीचे से चौथे स्थान पर दर्ज किया गया है। यानी सबसे गंदे स्टेशनों में...
सालाना ढाई करोड़ रुपये खर्च होने के बाद भी कैंट स्टेशन की सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं है। एक एजेंसी के सर्वे में कैंट स्टेशन का नाम नीचे से चौथे स्थान पर दर्ज किया गया है। यानी सबसे गंदे स्टेशनों में उत्तर रेलवे का यह स्टेशन चौथे स्थान पर है।
सर्वे के मुताबिक, कानपुर सबसे ज्यादा गंदा स्टेशन बताया गया है। यहां के 61.06 फीसदी यात्रियों ने इसे गंदा बताया। चौथे नंबर पर बनारस का कैंट स्टेशन है। यहां के 56 फीसदी यात्रियों ने यहां की सफाई से असंतोष जताया।
गुरुवार को ‘हिन्दुस्तान’ की पड़ताल में भी स्टेशन के मुख्य हाल में यात्री गंदगी के बीच बैठे रहे। प्लेटफार्म नंबर चार-पांच, फुट ओवरब्रिज, नये यात्री प्रतीक्षालय में जगह-जगह गंदगी रही। कई जगह से कचरे का उठान नहीं हुआ था।