ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश वाराणसीयूपी बोर्ड : संस्कृत में परीक्षा दी, रिजल्ट उर्दू का आया

यूपी बोर्ड : संस्कृत में परीक्षा दी, रिजल्ट उर्दू का आया

बलिया के राबड़ी देवी इंटर कॉलेज में 10वीं के छात्र शफीकुजम्मा ने इस वर्ष संस्कृत विषय में परीक्षा दी थी जबकि उसका रिजल्ट उर्दू में आया है। उसके अंकपत्र पर संस्कृत की जगह उर्दू लिखा है।  इसी...

यूपी बोर्ड : संस्कृत में परीक्षा दी, रिजल्ट उर्दू का आया
वाराणसी वरिष्ठ संवाददाता Wed, 23 May 2018 04:34 PM
ऐप पर पढ़ें

बलिया के राबड़ी देवी इंटर कॉलेज में 10वीं के छात्र शफीकुजम्मा ने इस वर्ष संस्कृत विषय में परीक्षा दी थी जबकि उसका रिजल्ट उर्दू में आया है। उसके अंकपत्र पर संस्कृत की जगह उर्दू लिखा है। 

इसी प्रकार वाराणसी के एक स्कूल के छात्र का नाम सूरज प्रसाद है। अंकपत्र पर सूरत प्रसाद दर्ज हो गया है। मऊ में सर्वोदय इंटर कालेज में 12वीं हिंदी की परीक्षा देने वाले परीक्षार्थी को अनुपस्थित बता दिया गया है। कुछ परीक्षार्थियों के अंकपत्र में माता-पिता के नाम गलत हैं। 

ऐसी अनेक शिकायतें बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय में बने ग्रीवांस सेल में दर्ज की जा रही हैं। यूपी बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट आने के बाद अब तक क्षेत्रीय कार्यालय में अंकपत्रों की गड़बड़ी के सात सौ से अधिक मामले आए हैं। इनमें हाईस्कूल के 368 और इंटर के 395 प्रकरण हैं। रोजाना 25-30 शिकायतें आ रही हैं। 

15 जिलों के परीक्षार्थी हैं परेशान 
वाराणसी क्षेत्रीय कार्यालय से सम्बद्ध 15 जिले हैं। इन जिलों के परीक्षार्थी और उनके अभिभावक अंकपत्रों की गड़बड़ियां दूर कराने बोर्ड कार्यालय पहुंच रहे हैं। परीक्षार्थी को अपने दावे के समर्थन में फिर से दस्तावेज जमा करना पड़ रहा है। अगर उसे नाम सही कराना है तो पिछली कक्षाओं की टीसी की प्रति दिखानी पड़ रही है। किसी विषय में अनुपस्थित दिखाने पर उसे परीक्षा केंद्र से प्रमाणित करके यह देना पड़ रहा है कि अमुक दिन अमुक विषय की परीक्षा में वह उपस्थित था। इसी प्रकार के कई अन्य दस्तावेज जमा करने पड़ रहे हैं। 

आपत्ति दर्ज कराने की तिथि बढ़ेगी
शिकायत करने वालों की संख्या को देखते हुए ग्रीवांस सेल में आपत्ति दर्ज कराने की तिथि बढ़ाई जाएगी। आम तौर पर रिजल्ट प्रकाशित होने की तिथि से एक महीने तक के लिए ग्रीवांस सेल का गठन होता है। 29 अप्रैल को हाईस्कूल और इंटर का रिजल्ट प्रकाशित हुआ था। इस हिसाब से 29 मई तक ही ग्रीवांस सेल काम करेगा। मगर परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए यह तिथि बढ़ाई जाएगी। परीक्षार्थियों का कहना है कि अगली कक्षा में दाखिले और काउंसिलिंग से पहले ही अंकपत्रों का दुरुस्त होना जरूरी है।  

क्यूआर कोड बनेगा समस्या
इस साल जिन परीक्षार्थियों के प्रमाणपत्रों में संशोधन होंगे, उनके लिए भी क्यूआर कोड समस्या बनेगा। संशोधित प्रमाणपत्रों को छापने और उसमें क्यूआर कोड लगाने के लिए कम्प्यूटर फर्म भेजना होगा। वहां से संशोधित प्रमाणपत्रों को आने में समय लगता है। 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें