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देवदीपावली पर बाबा के भक्तों को सीएम की तीन सौगात

सिर्फ काशी में होने वाली देवदीपावली के 33वें संस्करण में 23 नवंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काशी विश्वनाथ मंदिर की ओर से तीन महत्वपूर्ण सुविधाएं बाबा के भक्तों को समर्पित करेंगे। अब तक के...

देवदीपावली पर बाबा के भक्तों को सीएम की तीन सौगात
हिन्दुस्तान टीम,वाराणसीMon, 19 Nov 2018 06:35 PM
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सिर्फ काशी में होने वाली देवदीपावली के 33वें संस्करण में 23 नवंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काशी विश्वनाथ मंदिर की ओर से तीन महत्वपूर्ण सुविधाएं बाबा के भक्तों को समर्पित करेंगे। अब तक के कार्यक्रम के अनुसार सीएम योगी एयरपोर्ट पर कीऑस्क मशीन का उद्घाटन करेंगे। वहीं विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र में दो अन्य सुविधाओं का शुभारंभ करेंगे। ज्ञानवापी स्थित यूपिका भवन में विश्वनाथ मंदिर हेल्पडेस्क और दशाश्वमेध में निर्माणाधीन विशाल अन्नक्षेत्र का उद्घाटन करेंगे।

किसी भी असहज स्थिति में मिलेगी सहायता

हवाईअड्डे पर कीऑस्क मशीन लगने से बाबा दरबार में रुद्राभिषेक कराने से लेकर मंगला आरती और विशेष दर्शन योजना के टिकट ऑनलाइन कटा सकेंगे। वहीं यूपिका भवन में हेल्प डेस्क आरंभ करने का उद़्देश्य भक्तों को किसी भी असहज परिस्थिति में तत्काल सहायता उपलब्ध कराना है। इसके माध्यमसे चिकित्सा, सुरक्षा और व्यवस्थागत दिक्कतों का समाधान तत्काल किया जाएगा। विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर को ध्यान में रखते हुए भविष्य में हेल्पडेस्क को कई अत्याधुनिक तकनीकों और संसाधनों से लैस करने की योजना भी है।

पांच मंजिला अन्नक्षेत्र

दशाश्वमेध में निर्माणाधीन विशाल अन्नक्षेत्र आरंभ हो जाने से हजारों तीर्थ यात्रियों को प्रतिदिन सात्विक भोजन नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाएगा। विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र का यह तीसरा बड़ा अन्नक्षेत्र होगा। इस क्षेत्र में दो बड़े अन्नक्षेत्रों का संचालन अन्नपूर्णा मठ मंदिर द्वारा किया जाता है। अन्नपूर्णा मंदिर अन्नक्षेत्र के संचालन की आदर्श पद्धति का अनुसरण बाबा दरबार की ओर से संचालित होने वाले अन्नक्षेत्र में भी किया जाएगा। भूतल सहित छह मंजिला अन्नक्षेत्र में अंडदग्राउंड पार्किंग के लिए बेसमेट है। पहली मंजिल पर प्रतीक्षालय बनाया जा रहा है। दूसरी और तीसरी मंजिल प्रसादशाला के रूप में होगी जहां भक्तगण बैठ कर भोजन ग्रहण करेंगे। चौथी मंजिल पर पाकशाला होगी। पंाचवीं मंजिल का उपयोग प्रबंधन से जुड़े कार्यो के लिए प्रस्तावित है।

मार्च तक आकार ले लगा भव्य प्रवेश द्वार

सरस्वती फाटक से ललिता घाट और नेपाली खपड़ा से मणिकर्णिका के बीच बनाए जा रहे विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के के दक्षिणी हिस्से में ध्वस्तिकरण का कार्य समाप्त होते ही सबसे पहले ललिता घाट के पास विशाल प्रवेश द्वार का निर्माण कराया जाएगा। इस द्वार के माध्यम से गंगा में नौकायन करने वालों के बीच भावी कारिडोर की छोटी सी झलक पेश की जाएगी। इस प्रवेश द्वार के मार्च तक आकार ले लेने की संभावना है।

कारिडोर के निर्माण का कार्य तेजी से प्रगति पर है। अब तक 84 भवनों का घ्वस्तिकरण कराया जा चुका है। सरस्वती फाटक-ललिताघाट के बीच के भवनों का घ्वतिकरण पूरा होने के बाद ललिता घाट पर गंगा की ओर से प्रवेश के लिए भव्य द्वार बनाने का प्रस्ताव है।

-विशाल सिंह, सीईओ, काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद

जुलाई से अब तक हम 32 फीसदी निर्माण कर चुके हैं। जी प्लस फाइव इमारत की चार मंजिलों की छत ढाली जा चुकी है। पांचवीं मंजिल की छत ढालने का काम दिसंबर में पूरा होने के बाद फ्रंट बनाने में हाथ लगाया जाएगा। मार्च-19 तक प्रोजेक्ट पूरा हो जाएगा।

-जेके. कौशल, प्रोजेक्ट मैनेजर, अन्नक्षेत्र

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