सुबह-ए-बनारस: तबला वादक ललित ने गायन से चौंकाया
सुबह-ए-बनारस की प्रभाती में गुरुवार की सुबह एक अनूठा प्रयोग दिखा। तबला वादन के लिए विख्यात कलाकार ललित कुमार ने पहली बार सार्वजनिक मंच से गायन प्रस्तुत किया। गायन सुन कर किसी श्रोता को यह नहीं लगा कि...
सुबह-ए-बनारस की प्रभाती में गुरुवार की सुबह एक अनूठा प्रयोग दिखा। तबला वादन के लिए विख्यात कलाकार ललित कुमार ने पहली बार सार्वजनिक मंच से गायन प्रस्तुत किया। गायन सुन कर किसी श्रोता को यह नहीं लगा कि वह पहली बार गा रहे हैं। ललित कुमार ने गायन की पहली सार्वजनिक प्रस्तुति अपनी दिवंगत मां को समर्पित की। उन्होंने शुरुआत राग गुर्जरी तोड़ी में निबद्ध बंदिश ’अब मोरी नईया पार करो’ से की। जबकि समापन खुद के स्वरबद्ध भजन ‘कौन ठगवा नगरिया लूटल हो’ से किया। उनके साथ तबले पर अरुण कुमार, हारमोनियम पर पंकज मिश्रा, बांसुरी पर प्रो. राकेश कुमार तथा संतूर पर पुत्र कुमार सारंग ने संगत की। प्रमाणपत्र डा. रत्नेश वर्मा ने प्रदान किया। कार्यक्रम संचालन डा. प्रीतेश आचार्य ने किया।