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कालभैरव की वार्षिक शोभायात्रा में उमड़ा स्वर्णकार समाज

काशी के कोतवाल बाबा कालभैरव की स्वर्ण-रजत पंचबदन प्रतिमा की शोभायात्रा शुक्रवार को निकाली गई। इसमें स्वर्णकार क्षत्रिय समाज के लोग उमड़ पड़े। कोरोना...

कालभैरव की वार्षिक शोभायात्रा में उमड़ा स्वर्णकार समाज
हिन्दुस्तान टीम,वाराणसीSat, 02 Jul 2022 01:30 AM
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वाराणसी। काशी के कोतवाल बाबा कालभैरव की स्वर्ण-रजत पंचबदन प्रतिमा की शोभायात्रा शुक्रवार को निकाली गई। इसमें स्वर्णकार क्षत्रिय समाज के लोग उमड़ पड़े। कोरोना के कारण दो वर्षों बाद निकाली गई शोभायात्रा में हजारों भक्त शामिल हुए।

भगवान की स्वर्ण-रजत पंचबदन प्रतिमा का शृंगार कर रथ पर प्रतिष्ठित किया गया। शोभायात्रा चौखंभा स्थित काठ की हवेली से प्रारंभ होकर विभिन्न मार्गों से होते कालभैरव मंदिर पहुंची। रास्ते में 40 से अधिक स्थानों पर भगवान की आरती उतारी गई। शहनाई वादक मंगल ध्वनि करते चल रहे थे। ताशा-बाजा के साथ भक्त पताकाएं लिये चल रहे थे। काली-दुर्गा के मुखौटे लगाए कलाकार तलवारबाजी का करतब दिखा रहे थे। घोड़ों पर राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न, हनुमान, शंकर, गणेश, नारद, ब्रह्मा आदि देव स्वरूप थे। शंकर-पार्वती, राधा-कृष्ण, दुर्गाजी, कालीजी, हनुमानजी की सजीव झांकी भक्तों को मोह रही थी।

नीरज सेठ के नेतृत्व में कलाकारों की भजन गायन करती रही। गोविंदेश्वर महादेव की झांकी, डमरू दल शोभायात्रा का आकर्षण बढ़ा रहे थे। शाम को पं लक्ष्मीकांत दीक्षित के आचार्यत्व में बसंत पूजा हुई। इस अवसर पर कालभैरव मंदिर परिसर और आसपास सजावट की गई थी। ‘काशी के कोतवाल नामक स्मारिका प्रभु के चरणों में अर्पित कर विमोचित की गई। कमेटी के अध्यक्ष किशोर कुमार सेठ के नेतृत्व में राजू वर्मा, श्याम कुमार सर्राफ, जनार्दन वर्मा, श्याम सुंदर सिंह, कमल कुमार सिंह, डॉ कैलाश सिंह विकास, घनश्याम सेठ बच्चा आदि ने सक्रिय सहयोग किया।

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