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UP board result: वाह... ऐसे रिजल्ट की तो उम्मीद नहीं थी

यूपी बोर्ड परीक्षा में इस बार बरती गई कड़ाई से रिजल्ट को लेकर जो आशंकाएं व्यक्त की जा रही थीं, वे गलत साबित हुईं। रिजल्ट घोषित होते ही बच्चों के चेहरे पर मुस्कान छा गई, स्कूल प्रबंधन के चेहरे खिल...

UP board result: वाह... ऐसे रिजल्ट की तो उम्मीद नहीं थी
वाराणसी वरिष्ठ संवाददाता Mon, 30 Apr 2018 05:04 PM
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यूपी बोर्ड परीक्षा में इस बार बरती गई कड़ाई से रिजल्ट को लेकर जो आशंकाएं व्यक्त की जा रही थीं, वे गलत साबित हुईं। रिजल्ट घोषित होते ही बच्चों के चेहरे पर मुस्कान छा गई, स्कूल प्रबंधन के चेहरे खिल गए। 

इस बार नकल रोकने के लिए सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में परीक्षा कराई गई थी। मूल्यांकन भी सीसी कैमरे की निगरानी में हुआ। परीक्षा केंद्रों का  आनलाइन निर्धारण हुआ ताकि सेटिंग न हो पाए। डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने खुद परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया। परीक्षा की कड़ाई देखकर यह अनुमान लगाया जा रहा था कि इस बार रिजल्ट का प्रतिशत गिरेगा। लोगों को पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के जमाने की याद आने लगी थी, जब हाईस्कूल का रिजल्ट महज 14 फीसदी था। 

कुछ तो यह मान बैठे थे कि रिजल्ट प्रतिशत 50 फीसदी के नीचे रहेगा। कुछ स्कूलों को यह महसूस हो रहा था कि अगर रिजल्ट खराब हुआ तो उनके यहां एडमिशन नहीं हो पाएगा। रिजल्ट घोषित होने से पहले कई तरह की कयासबाजी चल रही थी। मगर रविवार को जैसे-जैसे रिजल्ट आता गया, स्कूलों के प्रधानाचार्यों के चेहरे खिलते गये। प्रधानाचार्य परिषद के संयोजक और एंग्लो बंगाली इंटर कालेज के प्रधानाचार्य डॉ. विश्वनाथ दुबे का कहना है कि कुल मिला कर रिजल्ट अच्छा रहा।  आशंकाएं गलत साबित हुईं।  

जानकारों का कहना है कि इस समय पेपर का जो पैटर्न है, उसमें फेल होने की गुंजाइश कम है। हाईस्कूल में तीस फीसदी अंक आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर मिलता है। अधिकतर विद्यालयों ने छात्रों को अधिकतम नम्बर दिए। इंटर में 30 नंबर के प्रैक्टिकल में 15 अंक स्कूल के परीक्षक को देना है। यहां भी उदारता के साथ नंबर मिले। इसका फायदा छात्रों को मिला। पूर्व मु्ख्यमंत्री कल्याण सिंह के समय पेपर का पैटर्न ऐसा नहीं था।   

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